लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क में शामिल होना चाहता था मोनू मानेसर, दोनों के बीच बातचीत का वीडियो वायरल
Monu Manesar Video Viral: नासिर-जुनैद हत्याकांड में गिरफ्तार मोनू मानेसर गैंगस्टर बनना चाहता था। वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क में शामिल होना चाहता था।

Monu Manesar Lawrence Bishnoi Video Call: नासिर-जुनैद हत्याकांड में गिरफ्तार मोनू मानेसर गैंगस्टर बनना चाहता था। वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क में शामिल होना चाहता था। मोनू मानेसर और लॉरेंस बिश्नोई के बीच बातचीत का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में मोनू मानेसर लॉरेंस बिश्नोई के साथ वीडियो कॉल पर बात करते देखा जा सकता है। लॉरेंस बिश्नोई पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमांइड भी है। वह जेल में है और वहीं से अपना नेटवर्क संचालित करता है।

वीडियो कब का, जानने में जुटी पुलिस
वायरल हुया यह वीडियो कब का है, इसके बारे में पुलिस जानने की कोशिश कर रही है। लॉरेंस लंबे समय से जेल में है, वहीं राजू बसौदी को पुलिस 2020 में थाईलैंड से पकड़ कर लाई थी। वहीं मोनू मानेसर नासिर और जुनैद हत्याकांड में राजस्थान पुलिस की गिरफ्त में है।
लॉरेंस और राजू दोनों जेल में बंद
लॉरेंस पिछले लंबे समय से जेल में बंद है और गैंगस्टर राजू बसौदी को 2020 में पुलिस थाईलैंड से पकड़ कर लाई थी। राजू और लॉरेंस की दोस्ती भी काफी पुरानी है। संदीप उर्फ काला जठेड़ी गैंग के जरिए राजू ने अपराध की दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद यह लॉरेंस गैंग से जुड़ गया।
लॉरेंस, संपत नेहरा, अनिल छिप्पी, अक्षय पालरा और नरेश सेठी जैसे खूंखार गैंगस्टर्स के साथ राजू के करीबी संबंध है, जो फिलहाल अलग-अलग जेलों में बंद हैं।
लॉरेंस के भाई अनमोल के संपर्क में था
वीडियो में मोनू मानेसर और लॉरेंस बिश्नोई से करीब 38 सेकेंड तक बात करते नजर आ रहा है। लॉरेंस बिश्नोई के साथ एक और व्यक्ति नजर आ रहा है। वीडियो को देखकर पता चल रहा है कि यह बातचीत कार में यात्रा के दौरान की गई है। लॉरेंस बिश्नोई के साथ भी एक और व्यक्ति मौजूद है। इस कथित 38 सेकेंड के वीडियो में हुई बातचीत से यह जाहिर हो गया है कि मोनू मानेसर के गैंगस्टर जगत से संबंध कैसे हैं?
यह भी जानकारी मिली है कि मोनू मानेसर सिग्नल ऐप के माध्यम से लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के संपर्क में था। मोनू मानेसर और लॉरेंस बिश्नोई के बीच हुई बातचीत का यह कथित वीडियो कब का है। इसका खुलासा अभी तक नहीं हुआ है, लेकिन इससे मोनू मानेसर के लॉरेंस गिरोह के साथ जुड़ने के कथित इरादे सामने आ गए हैं। इससे पता चलता है कि वह लॉरेंस बिश्नोई के नियमित संपर्क में था, जो कई वर्षों से जेल में बंद है।

अनमोल ने भेजा पहला मैसेज
27 अगस्त को पहला मैसेज विदेश में बैठे बिश्नोई के भाई अनमोल ने किया। जिसमें उसने सिग्नल ऐप के जरिए मोनू को मैसेज में अनमोल लिखकर भेजा। इसके बाद मोनू ने 28 अगस्त को यह मैसेज देखा, देखकर उसने जय श्री राम लिखकर जवाब दिया। दोनों के मैसेज के बाद बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ। यह सिलसिला 10 सितंबर तक जारी रहा।
क्या है VIDEO में
10 सितंबर को दोनों के बीच आखिरी बार मैसेज का आदान-प्रदान हुआ। अनमोल की ओर से मोनू मानेसर को यह जानकारी दी गई कि भाई (लॉरेंस बिश्नोई) का फोन चल गया है। मोनू ने लिखा वाह जी जय बलकारी। इसके बाद अनमोल ने मोनू से भाई से बात करने के लिए कहा। मोनू को इसके बाद अनमोल ने लॉरेंस का सिग्नल ऐप का नंबर भी भेजा। इसके बाद 12 सितंबर को मोनू मानेसर की गिरफ्तारी हो गई।
बैंकॉक में काटी फरारी
मंगलवार को हरियाणा के मानेसर से मोनू मानेसर को गिरफ्तार किया जा चुका है। हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद उसे राजस्थान पुलिस को सौंप दिया। इस दौरान मोनू मानेसर ने बड़ा खुलासा किया है। उसका कहना है कि जुनैद और नासिर को सबक सिखाने के लिए 8 दिन पहले ही अपहरण और हत्या का पूरा प्लान तैयार किया गया था।
मोनू मानेसर का कहना है कि जुनैद-नासिर की हत्या के बाद वो देश से फरार हो गया था।राजस्थान पुलिस की पूछताछ के दौरान मोनू मानेसर ने बताया कि जुनैद-नासिर हत्याकांड में जब उसका नाम आया तो वो बैंकॉक भाग गया था, वहां रहकर फरारी काट रहा था।

अप्रैल में अमेरिका में दिखा था अनमोल
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रचने वाले गैंगस्टर लॉरेंस का भाई अनमोल इस साल अप्रैल महीने में अमेरिका में दिखाई दिया था। अनमोल वहां पर एक कार्यक्रम के दौरान मस्ती करते हुए दिखा। लॉरेंस ने फेक पासपोर्ट के जरिए अपने भाई को अमेरिका भेज दिया था।
अनमोल ने ही विदेश में रहते हुए गोल्डी बराड़ के साथ मिलकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की घटना को अंजाम देने को लेकर कॉर्डिनेशन किया था।
12 सितंबर को किया था गिरफ्तार
हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को मंगलवार (12 सितंबर) को गिरफ्तार किया था। उस पर 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा से पहले भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट डालने का केस है। नूंह पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने उसे गुरुग्राम में मानेसर के मार्केट से पकड़ा। वह इसी गांव का रहने वाला है।
मोनू को नूंह कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस ने उसका रिमांड मांगा, लेकिन कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भौंडसी जेल भेज दिया। मोनू मानेसर पर भिवानी में हुए राजस्थान के नासिर-जुनैद हत्याकांड में शामिल होने का आरोप है। इस केस में वह पिछले 8 महीने से फरार था।
मोनू की गिरफ्तारी का पता चलते ही राजस्थान पुलिस भी कोर्ट पहुंच गई। उसे जेल ले जाने से पहले ही राजस्थान पुलिस को उसकी ट्रांजिट रिमांड मिल गई। इसके बाद उसे राजस्थान पुलिस ले गई।
राजस्थान का नासिर-जुनैद हत्याकांड, जिसमें जिंदा जलाए 2 युवक
15 फरवरी 2023 को राजस्थान में भरतपुर के गांव घाटमिका के नासिर और जुनैद गायब हो गए। परिवार ने पुलिस को शिकायत करते हुए किडनैपिंग के आरोप लगाए। अगले दिन 16 फरवरी काे हरियाणा में भिवानी के लोहारू में बोलेरो में 2 लोग जिंदा जले मिले। गाड़ी के नंबर से पता चला कि ये बोलेरो वही है, जिसमें नासिर-जुनैद जा रहे थे। बोलेरो के अंदर दोनों कंकाल के रूप में मिले। उन्हें बोलेरो समेत जिंदा जलाया गया। जिसके बाद राजस्थान पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर लिया। इसमें मोनू मानेसर समेत कई आरोपियों को नामजद किया गया। इनमें से कुछ आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए, लेकिन मोनू मानेसर 8 महीने से फरार था।