नागौर-डीडवाना : शहीद जवान फरमान की राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई , पुष्प चक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
अरुणाचल प्रदेश में सेना की गश्त के दौरान शहीद हुए डीडवाना जिले के ग्राम सरदारपुरा कलां निवासी जवान फरमान खान को आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. बुधवार की सुबह सेना के विशेष वाहन से शहीद की पार्थिव देह को उनके पैतृक गांव सरदारपुरा कलां लाया गया.

नागौर-डीडवाना : अरुणाचल प्रदेश में सेना की गश्त के दौरान शहीद हुए डीडवाना जिले के ग्राम सरदारपुरा कलां निवासी जवान फरमान खान को आज पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. इस दौरान शहीद को अनेक बड़े नेताओं, अधिकारियों व सीआरपीएफ के अधिकारियों व जवानों ने पुष्प चक्र अर्पित कर नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
अरुणाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाके में गश्त के दौरान शहीद फरमान खान (27) पुत्र यासीन खान को बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। वीरांगना को पति की शहादत की जानकारी नहीं दी गई था। परिवार के लोग आज सुबह पीहर लेने लेकर आए। शहीद की पार्थिव देह घर पहुंचते ही वीरांगना आरजू निसा (25) बेसुध हो गई। जिसे गोद में उठाकर शहीद के अंतिम दर्शन कराए गए। वहीं मां नानी बाई (65) का रो रोकर बुरा हाल हो गया।

10 किलोमीटर तक तिरंगा यात्रा निकालने के बाद शहीद को नेताओं, अधिकारियों व सीआरपीएफ के अधिकारियों व जवानों ने पुष्प चक्र अर्पित की। इसके बाद राजकीय सम्मान के साथ पार्थिव देह को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
बता दें, कायमखानी सेना में 13 ग्रेनेडियर्स के ग्रेनेडियर पद पर तैनात थे। फरमान के पिता का 2018 में निधन हो गया था। दो दिन पहले ही फरमान खान के घर बेटे का जन्म हुआ है। बेटे को जन्म देने के बाद उनकी पत्नी आरजू बानू अपने पीहर मावा गांव में ही थी। जिसे शहीद की अंतिम यात्रा पैतृक गांव पहुंचने से कुछ समय पहले लाया गया था।

फरमान की शहादत के बाद गांव में छाई शोक की लहर
बुधवार सुबह सेना के विशेष वाहन से शहीद की पार्थिव देह को सुबह 10 बजे मौलासर गांव लाया गया। जहां से तिरंगा यात्रा 10 किलोमीटर दूर तिरंगा यात्रा 10.30 बजे पैतृक गांव सरदारपुरा कलां पहुंची तो गांव में मातम छा गया। सैकड़ों की संख्या में लोग फरमान खान जिंदाबाद और भारत माता की जय के नारे लगाते हुए चल रहे थे। शवयात्रा में चल रहे लोग तिरंगे में लिपटी शहीद की पार्थिव देह पर पुष्प वर्षा कर रहे थे।
पार्थिव देह घर पहुंचते ही परिजनों का रो रोकर बुरा हाल गया। वहीं, शहीद की पत्नी और मां बेसुध हो गई। दोनों को भारी भीड़ के बीच शहीद के अंतिम दर्शन करवाएं गए। शहीद की बेसुध पत्नी और मां गांव की महिलाओं ने ढ़ांढस बंधाया।

सेना के अधिकारियों, नेताओं और प्रशासन के अधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
शहीद को दफनाने के समय विधायक चेतन डूडी, भाजपा नेता जितेंद्र सिंह जोधा सहित सेना, पुलिस व प्रशासन के आला भी सरदारपुरा कलां पहुंचे और शहीद की पार्थिव पर पुष्प चक्र अर्पित किए। बाद में सेना के जवानों ने राजकीय सम्मान के साथ शहीद को सलामी और गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इस दौरान नमाज-ए-जनाजा अदा की जाकर शहीद को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।

भारतीय सेना की 13 ग्रेनेडियर्स के ग्रेनेडियर फरमान खान हुए शहीद
फरमान खान भारतीय सेना की 16 ग्रेनेडियस के जवान थे। फरमान अपने साथी जवानों के साथ अरुणाचल प्रदेश के लेखापानी में गश्त कर रहे थे। इसी दौरान अरुणाचल प्रदेश में हुए एक हादसे में फरमान शहीद हो गए थे।