झुंझुनूं-खेतड़ी : राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति की ओर से सोमवार को अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर उप जिला अस्पताल के पीएमओ को ज्ञापन दिया गया है। इस दौरान मांगें नहीं माने जाने पर मंगलवार से दो घंटे का कार्य बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी है।
नर्सिंग अधीक्षक जगदीश सिंह शेखावत के नेतृत्व में राजकीय उप जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. अक्षय कुमार शर्मा को दिए ज्ञापन में बताया गया कि नर्सिंग कर्मचारी पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार की ओर से कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए जाने से नर्सिंग कर्मचारी अब आंदोलन के राह अपना रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 वैश्विक बीमारी में नर्सिंग कर्मचारियों ने चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इसके बावजूद भी सरकार की ओर से उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राज्य के नर्सेज की राज्य स्तर पर वेतन भत्तों की विसंगति, पदोन्नति संबंधित, प्लेसमेंट एजेंसी से नर्सेज की भर्ती पूर्णतया प्रतिबंध करने, नर्सिंग ट्यूटर व एएनएम वर्ग का पद नाम परिवर्तन करने, ड्रेस कोड में परिवर्तन करने, संविदा नर्सेज का नियमितीकरण करने, नर्सिंग निदेशालय की स्थापना सहित 11 सूत्री मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से जिला मुख्यालय व प्रदेश स्तर पर आंदोलन किया जा रहा है।
सरकार की कानों तक बात पहुंचाने के लिए नर्सिंग कर्मचारी पिछले साढे चार वर्षों से सरकार का ध्यान नर्सिंग कर्मचारियों को आ रही समस्याओं पर करना चाह रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से नर्सिंग कर्मचारियों के हितों को लेकर महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाए जाने से नर्सिंग कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो रहा है। जिसको लेकर प्रदेश स्तरीय नर्सिंग संगठनों द्वारा 18 जुलाई से जिला स्तरीय अनिश्चितकालीन धरने दिए गए थे। वहीं एक अगस्त से सभी अस्पतालों में नर्सिंग कर्मचारी सुबह आठ बजे से दस बजे तक सभा कर विरोध प्रदर्शन करेंगे। कर्मचारियों ने सरकार से जल्द ही उनकी मांगों को पूरा करने की मांग की है। इस मौके पर उप जिला संयोजक दयाकोर, अनिल कुमार, दीपेंद्र सैनी, विशाल चोपड़ा, सुरेश कुमार, मुकेश कुमार, योगेश सैनी सहित अनेक कर्मचारी मौजूद थे।