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बूंदी : शहीद जवान कालू लाल नागर को राजकीय सम्मान के साथ दी गई विदाई, छोटे भाई ने दी मुखाग्नि:जय हिन्द बोलकर बेहोश हुई पत्नी


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बूंदी : शहीद जवान कालू लाल नागर को राजकीय सम्मान के साथ दी गई विदाई, छोटे भाई ने दी मुखाग्नि:जय हिन्द बोलकर बेहोश हुई पत्नी

एक दिन पहले पत्नी की तबीयत खराब होने पर वीडियो कॉल पर की थी बात। कहा था जल्द ही घर आऊंगा। दो माह भी नहीं हुए टीना और कालू की शादी को।

बूंदी : पश्चिम बंगाल के पानागढ़ में ड्यूटी के दौरान शहीद सेना के जवान कालूलाल नागर (26) मंगलवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। भाई ओमप्रकाश और पशुराम ने शहीद को मुखाग्नि दी। कालूलाल नागर की अंत्येष्टि सैन्य सम्मान के साथ की गई। जवान को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस दौरान शहीद अमर रहे और भारत माता की जय के नारों से पूरा इलाका गूंज उठा।

शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही पत्नी फोटो पकड़कर फूट-फूटकर रोने लगी।
शहीद का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही पत्नी फोटो पकड़कर फूट-फूटकर रोने लगी।

शहीद वीरांगना टीना के हाथों की मेहंदी अभी उतरी भी नहीं थी। हाथों की चूड़ियों की खनक कम भी नहीं हुई थी कि पति की शहादत ताउम्र के लिए नहीं भूलने वाले जख्म दे गई। शहीद का पार्थिव शरीर जैसे ही घर पहुंचा तो माहौल गमगीन हो गया। शहीद का पार्थिव शरीर देखते ही पत्नी टीना जय हिंद बोलते हुए बेहोश हो गई और माता-पिता बेसुध हो गए।

शहीद कालूलाल नागर के पार्थिव देह का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद कालूलाल नागर के पार्थिव देह का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।

सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम
घर से रवाना हुई अंतिम यात्रा विभिन्न रास्तों से होते हुए श्मशान घाट पहुंची। इस दौरान रास्ते में जगह-जगह लोगों ने पुष्प वर्षा कर अंतिम विदाई दी। दोपहर 12 बजे शहीद कालूलाल नागर के पार्थिव देह का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद भाई ओमप्रकाश और पशुराम ने शहीद को मुखाग्नि दी। इससे पहले सोमवार रात 12 बजे जवान का पार्थिव शरीर बूंदी के हिंडोली लाया गया। मंगलवार सुबह 7 बजे हिंडोली से उनके पैतृक गांव नया गांव की ढाणी हनुमानपुरा तक तिरंगा यात्रा निकाली गई। मां-पिता और पत्नी ने रोते-रोते शहीद कालूलाल को श्रद्धांजलि दी। गांव के सभी लोगों ने भी नम आंखों के साथ कालूलाल नागर के अंतिम दर्शन किए।

शहीद जवान कालूलाल की शादी इसी साल 5 जून को हुई थी।
शहीद जवान कालूलाल की शादी इसी साल 5 जून को हुई थी।

5 जून 2023 को हुई थी शादी
शहीद की शादी को हुए अभी 2 महीने भी पूरे नहीं हुए थे। 28 दिन पहले छुट्टी बिताकर काम पर लौटा था। 22 जुलाई की सुबह उसने अपनी पत्नी से वादा किया कि वह जल्द से जल्द छुट्‌टी लेकर घर लौट आएगा, लेकिन यह वादा पूरा नहीं हुआ। कालूलाल नागर की शादी इसी साल 5 जून को बूंदी जिले के करवर में टीना से हुई थी। 22 दिन साथ गुजारने के बाद 27 जून को कालूलाल नागर वापस ड्यूटी पर चले गए थे।

2019 में हुए थे भर्ती
शहीद जवान कालूलाल का का जन्म 5 मई 2000 को हुआ था। शहीद जवान पर बचपन से ही देशभक्ति के प्रति बहुत जज्बा था। साल 2019 में 23 साल की उम्र में उनका सिलेक्शन आर्मी में हुआ था। कालूलाल ने 8वीं तक छापड़िया का नया गांव में पढ़ाई की थी। 12वीं तक गोठड़ा में पढ़ाई की थी। बूंदी से आईटीआई किया था। वह 12 साल की उम्र से ही सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी कर रहे थे। 4 बार कोशिश करने के बाद 5वीं बार में सफलता मिली।

शहीद कालूलाल 3 भाइयों में सबसे बड़े थे।
शहीद कालूलाल 3 भाइयों में सबसे बड़े थे।

2 भाइयों में थे सबसे बड़े
शहीद जवान कालूलाल नागर 3 भाइयों में सबसे बड़े थे। जवान का एक भाई ड्राइविंग करता है और दूसरा भाई आर्मी की तैयारी कर रहा है। पिछली बार कुछ नंबरों से सेना में भर्ती होने से रह गया था। पिता दुर्गालाल नागर बंटाई के आधार पर खेती कर परिवार का पालन-पोषण करते हैं।

मजदूरी कर की पढ़ाई
शहीद कालूलाल के दोस्त भगवान गुर्जर ने बताया- 3 साल तक मैं साथ रहा था। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से वह मेहनत-मजदूरी करके अपनी पढ़ाई करता था। गांव में रहकर गर्मी की छुट्टियों में मजदूरी करता था। बूंदी कॉलेज में पढ़ाई के दौरान जूस बेचकर अपने पढ़ाई का खर्चा चलाता था।

श्मशान घाट में अंतिम यात्रा के दौरान खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना, जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी और पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी ने श्रद्धांजलि दी।
श्मशान घाट में अंतिम यात्रा के दौरान खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना, जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी और पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी ने श्रद्धांजलि दी।

प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने दी श्रद्धांजलि
श्मशान घाट में अंतिम यात्रा के दौरान खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना, जिला कलेक्टर रविंद्र गोस्वामी, पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी, नैनवां प्रधान पदम नागर, जजावर सरपंच रामप्रकाश धाकड़, हिंडोली एसडीएम राहुल मल्होत्रा, हिंडोली डिप्टी सज्जन सिंह, भाजपा नेता ओमेंद्र सिंह, ओम धमाल, भाजपा युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अखिलेश जैन, हिंडोली, नैनवां, दबलाना के पुलिस के जवान सहित आर्मी के जवानों ने श्रद्धांजलि दी।

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