मनु की कहानी देती है हिम्मत: रेल हादसे में गंवाए हाथ, 8 साल पहले हुआ था हैंड ट्रांसप्लांट; ऐसे मिली नई जिंदगी
रेल हादसे में दोनों हाथ गंवाने वाले मनु अब हैंड ट्रांसप्लांट के बाद नॉर्मल लाइफ जी रहे हैं। कोच्चि स्थिति अमृता अस्पताल से मनु को एक नई रोशनी मिली। अमृता अस्पताल के फरीदाबाद सेंटर में भी यह सेवा जल्द शुरू होगी।

कोच्चि रेल दुर्घटना में दोनों हाथ गंवा चुके मनु को विश्वास ही नहीं था कि वह फिर से किसी का चित्र खींच पाएगा। लंबे समय तक कटे हुए हाथों के साथ जिंदगी बिताने के बाद कोच्चि स्थिति अमृता अस्पताल से मनु को एक नई रोशनी मिली।