जोधपुर-ओसिया : कांग्रेस विधायक दिव्या को जान का खतरा, पुलिस ने दी Y कैटेगरी की सुरक्षा, CM से मांगी थी सिक्योरिटी
जोधपुर के ओसिया से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा को जान का खतरा है। राजस्थान पुलिस को मिली सूचनाओं के आधार पर उन्हें 'Y' कैटेगरी की सुरक्षा तुरंत प्रभाव से दे दी गई है। विधायक दिव्या मदेरणा ने खुद भी इस तरह के आरोप लगाए थे कि उन्हें जान से मारने का प्रयास किया जा रहा है। दिव्या मदेरणा ने सीएम गहलोत से सुरक्षा भी मांगी थी।
जोधपुर-ओसिया : ओसिया से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा को राजस्थान पुलिस ने Y कैटेगरी की सुरक्षा तुरंत प्रभाव से दे दी है। जोधपुर में विधायक दिव्या मदेरणा की गाड़ी पर हुए हमले को लेकर पश्चिमी राजस्थान का सियासी पारा गर्म है। सचिन पायलट से लेकर पूर्व प्रभारी अजय माकन तक ने इस घटना की निंदा की थी। दिव्या मदेरणा ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ट्वीट कर सुरक्षा मांगी थी। जिसके बाद सरकार ने यह फैसला लिया है।
अगले 2 महीने के लिए तुरंत प्रभाव से Y कैटेगरी सुरक्षा दी
राजस्थान पुलिस सिक्योरिटी के डीआईजी ओमप्रकाश ने आदेश जारी कर ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा को अगले 2 महीनों के लिए Y कैटेगरी की सुरक्षा व्यवस्था तुरंत प्रभाव से उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। आदेश में कहा गया है कि दिव्या मदेरणा जो जोधपुर ग्रामीण के ओसियां से विधायक हैं, उनके जीवन को होने वाले संभावित खतरों के मद्देनजर वर्तमान में दी जा रही सुरक्षा के अलावा अग्रिम 2 माह की अवधि के लिए Y श्रेणी की सुरक्षा व्यवस्था तुरंत प्रभाव से उपलब्ध कराते हुए इस कार्यालय को अवगत कराने का श्रम करें।
क्या है पूरा मामला?
11 अप्रैल को जोधपुर की भोपालगढ़ को-ऑपरेटिव सोसायटी चुनाव के दौरान बवाल हो गया था। जब विधायक की गाड़ी पर भीड़ ने पथराव कर दिया। पुलिस को भीड़ पर काबू करने के लिए हल्का बल करना पड़ा था और पुलिस ने ही दिव्या मदेरणा की गाड़ी को मौके से निकलवाया था। भोपालगढ़ को-ऑपरेटिव सोसायटी चुनाव में वर्चस्व की लड़ाई के चलते ये घटना हुई। ओसिया से कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा और पूर्व सांसद बद्रीराम जाखड़ आमने सामने आ गए। विधायक दिव्या मदेरणा गाड़ी में एक प्रत्याशी के साथ फार्म वापस लेने जा रही थीं। तभी गाड़ी अंदर ले जाने पर दोनों पक्षों में विवाद हो गया।
भीड़ विधायक की गाड़ी के आगे खड़ी होकर हंगामा और प्रदर्शन करने लगी। आरोप है कि बद्रीराम जाखड़ के समर्थकों ने विधायक दिव्या मदेरणा की गाड़ी पर पत्थर बरसाए थे और धमकियां भी दीं। बच निकलने के बाद दिव्या ने कहा कि जीत और हार में सिर्फ़ एक वोट का फ़ासला था।मैंने एसपी को हमले की साज़िश और चुनाव की संवेदनशीलता को लेकर घटना से पूर्व में ही अवगत करा दिया था। मैं एसपी जोधपुर द्वारा प्रदान की गई भारी पुलिस सुरक्षा में उम्मीदवार का पर्चा वापिस लेने के लिए उसके साथ भोपालगढ़ गई थी।
मौके पर भी भारी पुलिस बल तैनात था। इसके बावजूद प्रत्याशी को पर्चा उठाने से रोकने और एक महिला विधायक पर सरेआम हमला करने का दुःसाहस किया। सब ने देखा किस हद तक चुनावी रंजिश ने हिंसक रूप ले लिया है। सीएम अशोक गहलोत से कहना चाहती हूं कि मेरी सुरक्षा राजस्थान सरकार की जिम्मेदारी है। मैं एक महिला हूँ और सार्वजनिक जीवन में हूँ। भविष्य में ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना न हो, इसके लिए मुझे पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाए।
पायलट और हरीश चौधरी ने भी की थी निंदा
सचिन पायलट ने भी घटना को लेकर ट्वीट करते हुए कहा था कि ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा पर हुए हमले की मैं घोर निंदा करता हूं। लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं हैं। हमारा प्रदेश प्रेम, सद्भाव, एकता, भाईचारे के लिए विख्यात है। ऐसे में हमें राजनीति में भी सभी का मान-सम्मान करना चाहिए। विधायक हरीश चौधरी ने इसे कायराना हरकत बताया था।