[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

अनोखा नंदी सिर्फ पेड़ा, गुड़ और गुलाब खाता:गुढ़ागौड़जी में 10 महीने से फूलों की दुकान में बैठता


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
गुढ़ागौड़जीझुंझुनूंटॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

अनोखा नंदी सिर्फ पेड़ा, गुड़ और गुलाब खाता:गुढ़ागौड़जी में 10 महीने से फूलों की दुकान में बैठता

अनोखा नंदी सिर्फ पेड़ा, गुड़ और गुलाब खाता:गुढ़ागौड़जी में 10 महीने से फूलों की दुकान में बैठता

गुढ़ागौड़जी : गुढ़ागौड़जी में अनोखा मामला सामने आया है, जहां एक नंदी पिछले करीब दस महीनों से रोजाना फूलों की दुकान में आकर बैठता है। दुकानदार नरेश पेंटर के अनुसार, यह नंदी बचपन से ही उनकी दुकान में आता रहा है। जब यह अपनी मां का दूध पीता था, तभी से दिन में लगभग दो घंटे दुकान के भीतर आकर चुपचाप बैठ जाता है। यह सिर्फ पेड़ा, गुड़ और गुलाब का फूल ही खाता है। दुकानदार ने कई बार हरा चारा खिलाने की कोशिश की, लेकिन इसने कभी नहीं खाया।

खास बात यह है कि इसने दुकान में रखे किसी भी सामान को आज तक नुकसान नहीं पहुंचाया। आमतौर पर जानवर दुकान या घर में घुस जाए तो सामान टूटने-फूटने का डर रहता है, लेकिन यह बेहद शांत और संयमित स्वभाव का है। दुकानदार के अनुसार, यह नंदी दुकान में एक और अनोखा व्यवहार करता है। यदि इसके शरीर पर मक्खियां बैठ जाती हैं, तो यह खुद दुकान में रखे कूलर के पास जाकर उसे अपने मुंह से हिलाकर चालू करने का संकेत देता है। जैसे ही कूलर चालू होता है, यह आराम से अंदर बैठ जाता है। गोवंश की यह आदत स्थानीय लोगों के लिए चर्चा का विषय बनी हुई है।

इसके अलावा, इसके बैठने की अपनी अलग शर्तें भी हैं। यदि दुकान में चटाई बिछी न हो, तो यह अंदर आकर खड़ा रहता है, लेकिन बैठता नहीं। वहीं, जिस स्थान पर यह रोज बैठता है, वहां यदि सामान रखा हो तो यह उस दिन बैठता नहीं है, जब तक कि जगह खाली न कर दी जाए। स्थानीय निवासी अंकेश पोसाना ने इसे पशु की असाधारण समझदारी का उदाहरण बताते हुए कहा कि पशु भी इंसान की तरह भावनाएं और समझ रखते हैं, बस उन्हें समझने की जरूरत होती है।

Related Articles