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नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति ने दयानंद सरस्वती के सम्मान में जारी किया डाक टिकट, कहा- ‘विदेश में जाकर देश की आलोचना करना ठीक नहीं’


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नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति ने दयानंद सरस्वती के सम्मान में जारी किया डाक टिकट, कहा- ‘विदेश में जाकर देश की आलोचना करना ठीक नहीं’

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि यह दर्दनाक है जब कुछ लोग विदेशी जमीन पर भारत की छवि को खराब करने की कोशिश करते हैं।

नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा। लंदन में राहुल गांधी के दिए भाषण पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह दर्दनाक है जब कुछ लोग विदेशी जमीन पर भारत की छवि को खराब करने की कोशिश करते हैं।

 200वीं जयंती पर जारी किया डाक टिकट

दिल्ली के विज्ञान भवन में शुक्रवार को धनखड़ प्रसिद्ध समाज सुधारक स्वामी दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती पर उनके सम्मान में डाक टिकट जारी करने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर सीकर सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती, बागपत सांसद सत्यपाल मलिक, योग गुरू बाबा रामदेव समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

विदेश में जाकर देश की आलोचना करना ठीक नहीं

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि कोई भी व्यक्ति जिसके दिल में देश के सर्वोत्तम हित हैं, वह हमेशा भारत की प्रगति के बारे में बोलेगा। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि हमारे नेताओं को उन कमियों या उन क्षेत्रों को दूर करने पर काम करना चाहिए जहां हम कमी कर रहे हैं। विदेशी धरती पर जाकर देश की आलोचना करना किसी भी प्रकार से ठीक नहीं कहा जा सकता। स्वामी दयानंद की भी यही मंशा थी।

उपराष्ट्रपति ने आगे कहा कि स्वामी दयानंद ने अपनी रचनाओं के जरिए भारतीय जनमानस को मानसिक दासत्व से मुक्त कराने की पूरी चेष्टा की और इस अमृत कालखंड में स्वामी जी की आत्मा प्रसन्न होगी कि विदेशी शासकों का यह दासत्व खत्म हो चुका है। धनखड़ ने संस्कृत को बढ़ावा दिए जाने पर जोर दिया और कहा कि दुनिया में संस्कृत का कोई मुकाबला ही नहीं है और एक तरीके से यह अनेक भाषाओं की जननी है और हम जननी को मिटने नहीं दे सकते।

लोगों की भावनाएं आहत होती हैं

स्वतंत्रता और विदेशी दासता के प्रतिरोध के स्वामी दयानंद सरस्वती के कथनों का उल्लेख करते हुए उप राष्ट्रपति ने भारत और भारतीय संस्थानों की छवि को नुकसान पहुंचाने वाली बातों पर दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा कि कोई विदेश में जाकर देश को नुकसान पहुंचाने वाली बातें करता है, तो देश के लोगों की भावनाएं आहत होती हैं। इस पर रोक लगनी चाहिए।

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