पिलानी क्षेत्र के किसानों पर मौसम की मार, फसलों की तबाही से मुआवजे की मांग तेज
राजेश दहिया ने अधिकारियों साथ किया ग्रामीण क्षेत्र का दौरा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : निरंजन सैन
पिलानी : एक ओर किसान खरीफ की फसल की बंपर पैदावार की उम्मीद लगाए बैठे थे, वहीं आसमान से बरसी आफत ने उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। पिलानी क्षेत्र में इस बार लगातार भारी बारिश ने किसानों की मेहनत पूरी तरह चौपट कर दी। खेतों में खड़ी बाजरा, ग्वार, कपास, मूंग और चवला जैसी प्रमुख फसलें पूरी तरह गल चुकी हैं। सोमवार को भाजपा जिला महामंत्री राजेश दहिया ने पिलानी क्षेत्र के गांवों का दौरा किया इस दौरान पिलानी तहसीलदार सोनू आर्य सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। दहिया ने कहा कि ओलावृष्टि के बाद अत्यधिक बारिश से किसानों पर संकट मंडरा गया है और किसान आर्थिक स्थिति से भी कमजोर हो गया है। किसानों के पास घर चलाने के लिए भी कोई अन्य साधन नहीं बचा है ऐसे में जल्द किसानों को गिरदावरी करवाकर मुआवजा राशि दी जाएगी।
क्षेत्र के किसानों का कहना है कि इस बार नुकसान इतना ज्यादा है कि लगभग 100 प्रतिशत फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। हालात यह हैं कि कई किसान अब रोजमर्रा का खर्च चलाने के लिए भी संकट में पड़ गए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कभी ओलावृष्टि तो कभी अत्यधिक बारिश ने लगातार फसलें चौपट कर दीं, जिससे किसान आर्थिक तंगी में फंसते जा रहे हैं।
बनगोठड़ी कलां, बनगोठड़ी खुर्द, हमीनपुर, बेरी, छापड़ा, सरदारपुरा, सुजडोला, लीखवा, लाड़ूंदा, डुलानियां, पीपली दुदवा, दुदी समेत कई गांवों में खेतों में खड़ी फसलें पानी में डूबकर नष्ट हो चुकी हैं। किसान अब सरकार से त्वरित राहत की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
किसानों ने कहा कि पिछली बार ओलावृष्टि से हुई बर्बादी का मुआवजा भी कई किसानों तक आज तक नहीं पहुंच पाया है। ऐसे में इस बार तुरंत प्रभाव से मुआवजा राशि किसानों के खातों में डाली जानी चाहिए।
ग्रामीण किसानों ने सरकार से यह भी मांग की है कि मौजूदा हालात को देखते हुए किसानों को आर्थिक राहत दी जाए। इसके तहत केसीसी ऋण का ब्याज माफ करने और ग्राम सहकारी समितियों के लोन माफी जैसी मांगें भी उठाई गई हैं।