नीमकाथाना के बांसुरी वादक ओमजी का निधन:बांसुरी की धुन से करते थे ट्रैफिक नियंत्रण, एक रुपया या बांसुरी ही लेते थे दक्षिणा में
नीमकाथाना के बांसुरी वादक ओमजी का निधन:बांसुरी की धुन से करते थे ट्रैफिक नियंत्रण, एक रुपया या बांसुरी ही लेते थे दक्षिणा में

नीमकाथाना : नीमकाथाना के प्रसिद्ध बांसुरी वादक ओमजी का निधन हो गया। उनके जाने से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है। सर्व ब्राह्मण महासभा सहित अनेक लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। ओमजी की पहचान उनकी बांसुरी से थी। वे शहर की तंग गलियों और भीड़भाड़ वाली सड़कों पर बांसुरी बजाते थे। उनकी मधुर धुन से ट्रैफिक स्वत ही नियंत्रित हो जाता था। लोग उनकी बांसुरी की धुन सुनकर मंत्रमुग्ध हो जाते थे। ओमजी कभी किसी से पैसे नहीं लेते थे। यदि कोई उन्हें धन देने का प्रयास करता, तो वे उसे वापस लौटा देते थे। दक्षिणा के रूप में वे केवल एक रुपया या बांसुरी ही स्वीकार करते थे। उनकी इस निस्वार्थ सेवा ने उन्हें क्षेत्र में एक विशेष पहचान दिलाई थी।