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झुंझुनूं में प्राइवेट अस्पताल में विवाहिता की मौत, धरना-प्रदर्शन:परिजनों ने डॉक्टर पर ओवरडोज इंजेक्शन और लापरवाही का लगाया आरोप


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झुंझुनूं में प्राइवेट अस्पताल में विवाहिता की मौत, धरना-प्रदर्शन:परिजनों ने डॉक्टर पर ओवरडोज इंजेक्शन और लापरवाही का लगाया आरोप

झुंझुनूं में प्राइवेट अस्पताल में विवाहिता की मौत, धरना-प्रदर्शन:परिजनों ने डॉक्टर पर ओवरडोज इंजेक्शन और लापरवाही का लगाया आरोप

झुंझुनूं : शहर के इंदिरा नगर इलाके में स्थित CKRD अस्पताल में शनिवार को इलाज के दौरान एक नवविवाहिता की मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने डॉक्टरों पर ओवरडोज इंजेक्शन देने और इलाज में लापरवाही बरतने का गंभीर आरोप लगाया। घटना के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया और धरने पर बैठकर अस्पताल प्रशासन व चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

तीन महीने पहले हुई थी शादी

जानकारी के अनुसार, मृतका रुखसार बानो (21) चनाना निवासी इमरान काजी की बहन थी। रुखसार की शादी तीन महीने पहले ही हुई थी। शुक्रवार दोपहर उसे तेज बुखार आने पर परिजन इंदिरा नगर स्थित निजी अस्पताल लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर लिया।

शनिवार को उसकी सिटी स्कैन कराई गई। परिजनों का आरोप है कि दोपहर बाद अचानक रुखसार की तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसे ड्रिप लगाई। ड्रिप के दौरान डॉक्टर ने पांच इंजेक्शन लगाए, जिससे उसकी हालत और ज्यादा खराब हो गई। तत्काल उसे वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया, लेकिन शाम तक रुखसार ने दम तोड़ दिया।

आरोप: ओवरडोज से बिगड़ी तबीयत

मृतका के भाई इमरान काजी का कहना है कि डॉक्टरों ने लापरवाही बरतते हुए ओवरडोज इंजेक्शन लगा दिए, जिससे उसकी बहन की मौत हो गई। उनका कहना है कि अस्पताल प्रशासन ने समय पर सही इलाज नहीं किया और बिना आवश्यकता पांच इंजेक्शन एक साथ दे दिए। इमरान ने बताया कि जैसे ही इंजेक्शन दिए गए, रुखसार को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। परिजनों ने तुरंत डॉक्टरों से उपचार बदलने की गुहार लगाई, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। शाम होते-होते उसकी मौत हो गई।

आक्रोशित परिजन, अस्पताल के बाहर धरना

युवती की मौत की खबर मिलते ही परिजन और परिचित अस्पताल के बाहर जमा हो गए। लोगों ने नारेबाजी करते हुए अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। स्थिति को देखते हुए कोतवाल हरजिंद्र सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत कर शांत करने का प्रयास किया। पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों से समझाइश करते हुए कहा कि मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा, उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

अस्पताल संचालक से हुई वार्ता

हंगामे के बीच देर शाम परिजनों का एक प्रतिनिधिमंडल अस्पताल संचालक से मिलने गया। हालांकि इस बैठक में किसी ठोस समाधान नहीं सका । देर रात तक परिजन अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे रहे और प्रशासनिक अधिकारियों के आने की मांग करते रहे। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने परिजनों से बार-बार बातचीत की और धरना समाप्त करने की अपील की, लेकिन परिजन तब तक अड़े रहे जब तक उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिला।

सामाजिक संगठनों का समर्थन

घटना की जानकारी मिलने पर कई सामाजिक संगठन भी मौके पर पहुंचे। इनमें मुस्लिम न्याय मंच के इमरान बड़गुजर, यूनूस रंगरेज, सलीम दीवान, कॉमरेड महिपाल पूनिया, पंकज गुर्जर, बिलाल कुरैशी और इश्तियाक सहित कई लोग मौजूद रहे। इन संगठनों के पदाधिकारियों ने मृतका के परिजनों को न्याय दिलाने और डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग की।

पुलिस जांच शुरू

कोतवाल हरजिंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो पाएगी। पुलिस ने मृतका के परिजनों के बयान दर्ज कर लिए हैं और अस्पताल प्रशासन से भी आवश्यक दस्तावेज व इलाज का रिकॉर्ड मांगा है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अगर जांच में लापरवाही या ओवरडोज इंजेक्शन देने की बात सामने आती है, तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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