झुंझुनूं में स्मार्ट-मीटर के खिलाफ JK मोदी पावर-हाउस पर प्रदर्शन:लोग बोले- बिना सहमति न बदलें मीटर; टूटी स्ट्रीट लाइटों का मुद्दा भी उठाया
झुंझुनूं में स्मार्ट-मीटर के खिलाफ JK मोदी पावर-हाउस पर प्रदर्शन:लोग बोले- बिना सहमति न बदलें मीटर; टूटी स्ट्रीट लाइटों का मुद्दा भी उठाया

झुंझुनूं : भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की तहसील कमेटी झुंझुनूं ने गुरुवार को शहर में स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं और आम लोगों ने मिलकर जे.के. मोदी पावर हाउस का तीन घंटे तक घेराव किया। सरकार और बिजली विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता निवर्तमान पार्षद भंवर अली गहलोत ने कि जबकि माकपा तहसील सचिव कामरेड बिलाल कुरैशी ने इसका संचालन किया।
बिना जनसहमति स्मार्ट मीटर लगाना बंद हो
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए, माकपा तहसील सचिव बिलाल कुरैशी ने बिजली विभाग पर बिना जानकारी दिए चोरी-छिपे स्मार्ट मीटर लगाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इससे आम जनता में भारी गुस्सा है और विभाग को यह प्रक्रिया तुरंत रोक देनी चाहिए। कुरैशी ने बिजली का निजीकरण, ठेका प्रथा और एफआरटी टीमों की अस्थिर कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल उठाए।

उन्होंने मांग की कि विभाग को अधिक जवाबदेह बनाया जाए, बिजली का बुनियादी ढांचा मजबूत किया जाए और उपभोक्ताओं की शिकायतों का समय पर समाधान सुनिश्चित किया जाए।
स्मार्ट मीटर जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ
किसान नेता एडवोकेट फूलचंद बर्बर ने कहा-सरकार के पास शिक्षा और रोजगार जैसी बुनियादी सुविधाओं के लिए बजट नहीं है, लेकिन वह जनता पर स्मार्ट मीटर के रूप में एक और आर्थिक बोझ थोप रही है। प्रदेश की जनता पहले ही बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रही है और अब स्मार्ट मीटरों के जरिए उन्हें लूटा जा रहा है, जो बेहद निंदनीय है।
नगर परिषद की दयनीय स्थिति पर भी चिंता
निवर्तमान पार्षद भंवर अली गहलोत ने कहा- स्मार्ट मीटर जनता के साथ धोखा है। इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। शहर में स्ट्रीट लाइटें खराब हैं, सड़कें टूटी पड़ी हैं और पानी की निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अनेक वक्ताओं ने सरकार की नीतियों की आलोचना की
धरने को सोनू जिलोवा, मोहम्मद असलम कपूर, विजेंद्र लाम्बा, सुनीता साईं पवार और महिपाल पुनिया समेत कई अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। सभी ने सरकार की नीतियों की आलोचना की। प्रदर्शन में हनीफ कुरैशी, मोहम्मद खुर्शीद, निजामुद्दीन गहलोत सहित सैकड़ों कार्यकर्ता और आम नागरिक शामिल हुए। इस दौरान नारेबाजी की गई।