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भारत की बेटी संस्था द्वारा विभिन्न स्कूलों एवं ग्रामीणों में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया


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भारत की बेटी संस्था द्वारा विभिन्न स्कूलों एवं ग्रामीणों में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया

भारत की बेटी संस्था द्वारा विभिन्न स्कूलों एवं ग्रामीणों में जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद अली पठान

चूरू : चूरू मे महिलाओं और बेटियों को उनके संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक करने हेतु शुक्रवार को ‘भारत की बेटियां संस्था’ द्वारा चूरू के विभिन्न स्कूलों और ग्रामीण क्षेत्रों में एक ‘जागरूकता कार्यशाला’ का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में चूरू के विभिन्न स्कूलों और ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और बेटियों को वित्तीय प्रबंधन, कौशल विकास और आत्मनिर्भर बनाने के गुर सीखाए गए। साथ ही कार्यशाला में महिलाओं और बेटियों के सर्वांगीण विकास के साथ उनमें आत्मविश्वास जागृत कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सार्थक पहल की गई। भारत की बेटियां संस्था’ की संस्थापक सुश्री ध्रुविका राठौड़ और सुश्री सिया गुप्ता द्वारा बताया गया कि संस्था अब तक चूरू क्षेत्र में करीब 3 हजार से अधिक महिलाओं और बेटियों को जागरूक कर चुकी है। इस दौरान संस्था ने उन्हें वित्तीय प्रबंधन, मौलिक अधिकारों के प्रति जागरूकता, आत्मविश्वास जागरूक करना, कौशल विकास में दक्षता सहित उन्हें आत्मनिर्भर बनाने हेतु कई कार्य किए गए हैं।

राठौड़ और गुप्ता ने बताया कि महिलाओं और बेटियों में आत्मविश्वास जगाना इस पहल का एक महत्वपूर्ण पहलू है। अक्सर समाज में महिलाओं को अपनी क्षमता पर संदेह करने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस कार्यक्रम के जरिए उन्हें अपनी अद्वितीय क्षमताओं को पहचानने एवं अपनी आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। संस्था समूहिक चर्चाएं, कार्यशालाएं और परामर्श सत्र के जरिए उन्हें अपनी राय को व्यक्त करने का अवसर प्रदान कर उनसे सीधे संवाद किया जा रहा है। साथ ही उनमें नेतृत्व कौशल विकसित करने और चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया जा रहा है। यह बढ़ा हुआ आत्मविश्वास उन्हें व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में सफल होने में सक्षम बनाएगा। राठौड़ और गुप्ता ने बताया कि चूरू क्षेत्र में महिलाओं और बेटियों के उत्थान और कल्याण के लिए की जा रही यह पहलें वास्तव में एक सार्थक बदलाव लाने में अपनी अहम भूमिका निभाएंगी। इन प्रयासों का मूल उद्देश्य उन्हें वित्तीय रूप से सशक्त बनाना, अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करना, आत्मविश्वासी और कुशल में दक्ष बनाना है ताकि वे सभी आत्मनिर्भर जीवन जी सकें। यह सिर्फ कोई कार्यशाला नहीं है बल्कि एक व्यापक दृष्टिकोण है जो आने वाले समय में चूरू की महिलाओं और बेटियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा।

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