वकीलों के अनशन को 100 दिन पूरे, सीकर बंद:आक्रोश रैली निकाली, सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला बहाल करने की मांग
वकीलों के अनशन को 100 दिन पूरे, सीकर बंद:आक्रोश रैली निकाली, सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला बहाल करने की मांग

सीकर : सीकर संभाग और नीमकाथाना जिला बहाली की मांग को लेकर आज सीकर बंद है। अभिभाषक संघ की संघर्ष समिति के आह्वान बंद रखा गया है। कोर्ट परिसर के बाहर वकीलों के अनशन और धरने को भी आज 100 दिन पूरे हो गए है। आंदोलन को कांग्रेस, माकपा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अलावा व्यापारिक, शिक्षक और सामाजिक संगठनों का व्यापक समर्थन मिल रहा है।
अभिभाषक संघ के महासचिव नरेश भूकर ने बताया- सीकर बंद को लेकर संघर्ष समिति के संयोजक भागीरथमल जाखड़ के नेतृत्व में आक्रोश रैली निकाली गई। रैली कोर्ट के बाहर धरना स्थल से रवाना होकर कलेक्ट्रेट, स्टेशन रोड, तापड़िया बगीची होते हुए जाट बाजार पहुंची, जहां सीकर सांसद कॉमरेड अमराराम, युवा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सीताराम लाम्बा सहित कई वक्ताओं, नेताओं, छात्र संगठनों के प्रतिनिधियों ने संबोधित किया।

बंद में आवश्यक सेवाओं को छूट
बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं को छूट दी गई है। मेडिकल स्टोर, खाद्य-बीज की दुकानें, पेट्रोल पंप और रोडवेज-निजी बसों का संचालन जारी है। वहीं प्राइवेट स्कूल और कोचिंग संस्थाएं खुली है। सीकर में जाट बाजार, तबेला बाजार, स्टेशन रोड बाजार सुबह से ही बंद रही।
30 से ज्यादा संगठनों ने बंद को दिया समर्थन
सीकर बंद को जिला कांग्रेस कमेटी, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी, माकपा, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी, एनएसयूआई, डीवाईएफआई, सीकर व्यापार संघ, अखिल भारतीय किसान सभा, राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत), खेत मजदूर यूनियन, वीर तेजा सेना, भीम सेना, ऑटो रिक्शा चालक यूनियन (सीटू), महात्मा फुले जन जागृति मंच, डीएएसएफआई और सैन समाज सेवा समिति सहित कई संगठनों ने समर्थन दिया है।
क्यों पड़ी आंदोलन की जरूरत
पूर्व कांग्रेस सरकार ने सीकर को संभाग और नीमकाथाना को जिला घोषित किया था लेकिन वर्तमान भाजपा सरकार ने इस फैसले को पलट दिया। इससे नाराज वकील और स्थानीय लोग मांग बहाली के लिए आंदोलनरत हैं। अभिभाषक संघ का कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं होगी, संघर्ष जारी रहेगा।
सीकर बंद से जुड़ी फोटो देखिए-



