लिव-इन-पार्टनर के रुपयों से दी उसी की हत्या की सुपारी:इसी प्रेमी के लिए पति को छोड़ा था, दूसरे बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर उसी की हत्या
लिव-इन-पार्टनर के रुपयों से दी उसी की हत्या की सुपारी:इसी प्रेमी के लिए पति को छोड़ा था, दूसरे बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर उसी की हत्या

अलवर : अलवर में लिव इन पार्टनर वीरू जाटव की हत्या के मामले में पुलिस ने 16 जून को अनीता, उसके दूसरे बॉयफ्रेंड काशी और सुपारी किलर ब्रजेश को गिरफ्तार कर लिया था। तीनों को पुलिस ने पूछताछ के बाद जेल भिजवा दिया। तीनों से पुलिस पूछताछ में सामने आया कि हत्या की प्लानिंग एक महीने पहले ही कर ली गई थी। आरोपी हत्या को इस तरह अंजाम देना चाहते थे कि मौत बीमारी से होना लगे। तीन आरोपी अभी भी फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है।

2013 से अनीता के साथ रह रहा था वीरू
वीरू की शादी साल 2001 में सपना के साथ हुई थी। उससे उसके तीन बच्चे हैं। वीरू बिजली घर चौराहे पर सब्जी का ठेला और आइसक्रीम की गाड़ी लगाता था। इसी चौराहे पर अनीता का पति भी सब्जी का ठेला लगाने लगा। वीरू ने उसका ठेला लगवाने में मदद की थी। इसी के चलते उसकी वीरू से जान-पहचान हो गई। अनीता भी ठेले पर आती थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच बातचीत होने लगी और दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे।
अनीता, वीरू के मकान में किराए से रही थी। इस दौरान दोनों के बीच नजदीकियां और बढ़ीं। दो साल बाद अनीता वीरू के साथ भाग गई। करीब दो महीने बाद पुलिस ने अनीता को तलाश लिया। अनीता ने अपने पति और पीहर जाने से साफ इनकार कर दिया था। इसके बाद अनीता अकेले ही रहने लगी थी। बायपास रोड पर उसने दो साल तक अलग-अलग जगह किराए से कमरा लिया और रहती थी। अनीता का पहले पति से एक बच्चा भी है। कुछ समय बाद वह वीरू के साथ रहने लगी।
अनीता के नाम प्लॉट लिया, दुकान भी खुलवाई
थाना अधिकारी धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि वीरू और अनीता बिना शादी किए साथ रह रहे थे। वीरू ने अनीता के लिए बायपास कॉलोनी में एक प्लॉट लेकर मकान बनाया था। यहां अनीता अपने बेटे के साथ रहती थी। वीरू की पहली पत्नी अलग दूसरे मकान में रहती है। वीरू ने अनीता को एक किराने की दुकान भी खुलवाई थी। वीरू के तीन आइसक्रीम फालूदा के गाड़ियां, सब्जी-अंडे के ठेले चलते थे। वह टेंट का भी काम करता था।

तीन साल पहले हुई दूसरे प्रेमी की एंट्री
बिजली चौराहे पर जहां वीरू ठेला लगाता था, वहीं चौराहे पर काशी भी कचौरी का ठेला लगाता था। वीरू और काशी अच्छे दोस्त थे। दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना भी था। काशी अक्सर वीरू के नए मकान पर जाता रहता था। वहां उसकी मुलाकात अनीता से हुई। धीरे–धीरे दोनों के बीच फोन पर बातचीत होने लगी।
दो साल तक वीरू को दोनों के अफेयर की भनक तक नहीं लगी। करीब डेढ़ साल पहले वीरू को दोनों के अफेयर का पता चला। इस बात को लेकर वीरू और काशी के बीच झगड़ा भी हुआ था।
वीरू ने पत्नी के मोबाइल नंबर के वॉट्सएप को खुद के मोबाइल में चालू कर लिया था। काशी के वॉट्सऐप मैसेज से उसका शक यकीन में बदल गया। वीरू ने अनीता का फोन ले लिया और उसकी सिम बंद करा दी। काशी को ये पता चला तो उसने एक फोन खरीदकर अनीता को दे दिया। इसके बाद से ही काशी, वीरू को रास्ते से हटाने की प्लानिंग करने लगा। एक महीने पहले उसने अनीता से भी इस बारे में बात की थी।
हत्या की बात कही तो सोचने का समय मांगा, फिर कहा– रास्ते से हटा दो
पुलिस के अनुसार, एक महीने पहले काशी ने अनीता को फोन करके कहा था- वीरू को रास्ते से हटाना पड़ेगा। ये सुनकर एक बार तो अनीता सोच में पड़ गई। उसने काशी से कहा कि उसे एक-दो दिन सोचने का समय दे। इसके बाद अनीता ने काशी से कहा कि वीरू को रास्ते से हटाना ही सही रहेगा।
उसने काशी से कहा कि तुम हत्या करने के लिए लड़के तलाशो, पैसों का इंतजाम मैं कर लूंगी। काशी ने अपने दोस्तों के जरिए इलाके के 4 बदमाशों काे मर्डर के लिए तैयार किया। चारों को 2 लाख रुपए का लालच दिया।

वीरू के बेटे की शादी थी, इसलिए मर्डर के लिए बाद का समय चुना
काशी ने मई में ही चारों बदमाशों को मर्डर के लिए तैयार कर लिया था, लेकिन उन्हें मारने का मौका नहीं मिल रहा था। इसी बीच वीरू के बेटे की शादी तय हो गई। 28 मई को उसके बेटे की शादी थी। वीरू शादी की तैयारियों के लिए दूसरे मकान पर रहता था, ऐसे में आरोपियों ने शादी के बाद हत्या को अंजाम देना तय किया। इस दौरान बीच बीच में काशी चारों सुपारी किलर को शराब पार्टी कराता रहता था।
बेटे की शादी में शामिल हुआ, वीरू के साथ किया था डांस
काशी और वीरू के बीच एक-डेढ़ साल पहले हुआ झगड़ा खत्म हो गया था। दोनों के बीच बातचीत होने लगी थी। वीरू को ये पता नहीं था कि दोस्ती की आड़ में वो उसकी हत्या की साजिश रच रहा है।
काशी 28 मई को वीरू के बेटे की शादी में भी शामिल हुआ था। यहां उसने वीरू के साथ गाने पर डांस भी किया था। बताया जा रहा है कि काशी ने डीजे पर …तू कल चला जाएगा तो मैं क्या करूंगा…गाना बजवाकर वीरू के साथ डांस किया था। उसके दस दिन बाद ही उसने साथियों के साथ मिलकर वीरू की हत्या कर दी।

हत्या से पहले शराब पी, एक बाइक पर आए थे पांचों हत्यारे
खेड़ली थानाधिकारी धीरेन्द्र सिंह ने बताया कि 7 जून की रात 9 बजे वीरू अपने पहले वाले घर से अनीता के पास आया था। वह रात को दूसरे मकान पर ही रुकता था। आने के कुछ समय बाद वह सो गया। इधर, शाम को ही काशी ने अनीता को ये बता दिया था कि आज रात को ही हत्या करेंगे।
इसके बाद काशी और चारों सुपारी किलर ने शराब पी। रात करीब साढ़े आठ बजे अनीता को काशी ने कॉल किया और कहा था कि रात को दो बजे करीब वह आएंगे गेट खुला रखना। इसके बाद रात दो बजे एक बाइक पर पांचों आरोपी वीरू के घर पहुंच गए। एक घंटे में उन्होंने वारदात को अंजाम दिया। हत्या के बाद अनीता ने वीरू के ही जेब से 40 हजार रुपए निकालकर काशी को दिए थे।
मर्डर के बाद काशी ने बच्चे से कहा– किसी को बताना मत
मर्डर करते हुए अनीता के 9 साल के बेटे ने आरोपियों को देख लिया था। बच्चे ने बताया कि काशी ने मर्डर करने के बाद उससे कहा- किसी को मत बताना कि हमने मारा है। वहीं अनीता ने बेटे से कहा कि कोई पूछे तो कह देना कि मैं तो मम्मी के पास सो रहा था। पापा की तबीयत खराब हो गई थी। अभी बेटा वीरू के परिवार के पास ही है।

हत्या से पहले नींबू पानी पिलाया
पुलिस का कहना है कि वीरू को रात को सोने से पहले पत्नी ने नींबू पानी दिया था। जांच का विषय है कि उस नींबू पानी में नशे की दवा थी या नहीं? हत्यारे रात 2 बजे घर में घुसे और करीब 3 बजे वापस लौट गए थे।
हत्या के बाद हॉस्पिटल भी पहुंचा था काशी
हत्या करने के बाद आरोपी काशी भी सुबह करीब पांच बजे हॉस्पिटल पहुंच गया था। वीरू के भाई खेमचंद उर्फ गब्बर ने बताया- सुबह जब हम हॉस्पिटल पहुंचे तो वहां पर काशी भी था। हमें वीरू के चेहरे पर चोट के निशान देखकर शक हो गया था। जब डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित किया तो काशी शव को जल्दी घर ले जाने को कहने लगा। हमने कहा कि जल्दी क्यों है? इसका पोस्टमाॅर्टम करवाएंगे। काशी ने इसके लिए भी मना किया और कहा कि पोस्टमाॅर्टम में चीर फाड़ होगी। जब घरवाले नहीं माने तो काशी वहां से निकल गया। इसके बाद ही काशी पर शक हो गया था।

अंतिम संस्कार में दुखी होने की नौटंकी
घरवालों ने बताया कि वीरू की हत्या के बाद अनीता बार-बार यही कहती रही कि उसे पता नहीं क्या हुआ, वह तो सो रही थी। अंतिम संस्कार में भी वह दुखी होने का नाटक करती नजर आई। अंतिम संस्कार के बाद पुलिस ने उसके बयान लिए तो पुलिस का शक उस पर गहरा गया। एसएचओ ने बताया कि जब वीरू की पहली पत्नी से हमने जानकारी ली तो उसका रो-रोकर बुरा हाल था। वो बात भी नहीं कर पा रही थी। अनीता के चेहरे पर शिकन तक नहीं थी। इससे उस पर शक गहराया।