लक्ष्मणगढ़ में 50 लाख की लागत से बनेगा युद्ध स्मारक:डोटासरा बोले- सरकार हो या विपक्ष, सेना के पराक्रम को लेकर सब एकजुट
लक्ष्मणगढ़ में 50 लाख की लागत से बनेगा युद्ध स्मारक:डोटासरा बोले- सरकार हो या विपक्ष, सेना के पराक्रम को लेकर सब एकजुट

सीकर : सीकर के लक्ष्मणगढ़ में जल्द ही युद्ध स्मारक मनाया जाएगा। इसके लिए 25 लाख रुपए राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी और 25 लाख रुपए लक्ष्मणगढ़ विधायक और प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने विधायक कोष से दिए हैं। लक्ष्मणगढ़ के पूर्व सैनिक आज पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा का आभार जताने के लिए उनके सीकर आवास पर पहुंचे। यहां डोटासरा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सेना के शौर्य पर अंगुली उठाने का हक किसी को भी नहीं है।
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- लक्ष्मणगढ़ इलाके के पूर्व सैनिकों की पिछले लंबे समय से मांग थी कि लक्ष्मणगढ़ में युद्ध स्मारक बनाया जाए, जिससे कि लोग युद्धवीरों,शहीदों को नमन कर सकें। देश के प्रति जज्बे को सलाम कर सकें। जहां पूर्व सैनिक बैठकर अपनी समस्याओं को लेकर बात कर सकें।
सेना के पराक्रम को लेकर सब एकजुट
हाल में ऑपरेशन सिंदूर हुआ। तब हमारे देश की फौज ने पाकिस्तान के दांत खट्टे कर दिए और पूरी दुनिया को हिला दिया। ऐसे में मैंने राजस्थान से राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी से लक्ष्मणगढ़ में 50 लाख रुपए की लागत से युद्ध स्मारक बनवाने का आग्रह किया, जिसके बाद 25 लाख उन्होंने दिए, 25 लाख मैंने मेरे विधायक कोष से दिए। जल्द ही इसका काम शुरू होगा। और यदि फंड की आवश्यकता ज्यादा हुई तो किसी भी हाल में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। एक ऐसा ऐतिहासिक युद्ध स्मारक तैयार होगा जिसकी पूरे प्रदेश में चर्चा होगी।
डोटासरा ने कहा- चाहे सरकार हो या विपक्ष, सेना के पराक्रम को लेकर सब एकजुट है। सेना के शौर्य पर अंगुली उठाने का किसी को भी हक नहीं है और न ही कोई उठा सकता है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सरकार और सेना ने ऐलान किया तो तमाम विपक्षी पार्टियों और नागरिकों ने कहा कि हम सब साथ हैं।
नागरिकों की जो उम्मीद थी, सेना ने उससे बेहतर करके दिखाया। इसका नतीजा है कि आज पाकिस्तान की हिम्मत नहीं है कि वह दोबारा ऐसी हरकत करें। हमारे देश में एकता और राष्ट्रीय भावना,सेना का शौर्य और जज्बा है। खासकर यदि शेखावाटी की बात करें तो यहीं से आवाज उठती है। जहां हर घर से आज भी युवा देश की रक्षा में जाता है। यहां हम जितना ज्यादा बेहतर कर सकेंगे उससे युवाओं को और प्रेरणा मिलेगी।
पूर्व सैनिकों ने जताया आभार
लक्ष्मणगढ़ इलाके के पूर्व सैनिकों ने बताया- हम पिछले दो साल से यह मांग कर रहे थे कि लक्ष्मणगढ़ में युद्ध स्मारक बनाया जाए और सीएसडी कैंटीन शुरू हो। कैंटीन के लिए फाइल हमने दिल्ली में आर्मी हेड क्वार्टर में भिजवा दी है,जल्द ही उम्मीद है कि वह पास हो जाएगी। वहीं युद्ध स्मारक के लिए अब जमीन अलॉट हो रही है।