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रींगस में खुले में फेंका जा रहा कचरा:डंपिंग यार्ड का उपयोग नहीं, दूषित पानी से बीमारियां बढ़ीं, गोवंश की मौतें


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रींगस में खुले में फेंका जा रहा कचरा:डंपिंग यार्ड का उपयोग नहीं, दूषित पानी से बीमारियां बढ़ीं, गोवंश की मौतें

रींगस में खुले में फेंका जा रहा कचरा:डंपिंग यार्ड का उपयोग नहीं, दूषित पानी से बीमारियां बढ़ीं, गोवंश की मौतें

रींगस : रींगस नगर पालिका क्षेत्र में कचरा प्रबंधन की स्थिति चिंताजनक हो गई है। वार्ड नंबर 18 के नदी बहाव क्षेत्र में बने डंपिंग यार्ड का उचित उपयोग नहीं हो रहा है। नगर पालिका के सफाई कर्मचारी कचरे को खुले में डाल रहे हैं। स्थानीय निवासियों को सड़ांध और मक्खी-मच्छरों से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वार्ड 18 के पार्षद राजकुमार धायल के अनुसार, इस समस्या को लेकर कई बार शिकायतें की गईं, लेकिन पालिका प्रशासन केवल आश्वासन देकर रह जाता है।

एसकेएस औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियां भी डंपिंग यार्ड के आसपास कचरा फेंक रही हैं। कचरे में छपे ब्रांड को छिपाने के लिए उसे जला दिया जाता है। इससे निकलने वाला धुआं और जहरीली गैस लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही है। क्षेत्र में जलदाय विभाग के कई ट्यूबवेल हैं। इनके पास सीवर टैंक का गंदा पानी डाला जा रहा है। इससे पीने का पानी दूषित हो रहा है। परिणामस्वरूप उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जलदाय विभाग की जांच में पानी के सभी नमूने दूषित पाए गए हैं।

दूषित कचरे और प्लास्टिक के कारण गोवंश की मौतें भी हो रही हैं। उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि उन्होंने नगर पालिका को खुले में कचरा न डालने और केवल डंपिंग यार्ड का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं।

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