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झुंझुनूं में वेटरनरी डॉक्टर पर लेपर्ड का हमला:गुर्राता हुआ दीवार से कूदा; ससुर-बहू को भी घायल किया, 12 घंटे तक रही दहशत


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झुंझुनूं में वेटरनरी डॉक्टर पर लेपर्ड का हमला:गुर्राता हुआ दीवार से कूदा; ससुर-बहू को भी घायल किया, 12 घंटे तक रही दहशत

झुंझुनूं में वेटरनरी डॉक्टर पर लेपर्ड का हमला:गुर्राता हुआ दीवार से कूदा; ससुर-बहू को भी घायल किया, 12 घंटे तक रही दहशत

झुंझुनूं : झुंझुनूं में लेपर्ड ने ट्रैंकुलाइज करने पहुंची टीम के वेटरनरी डॉक्टर अशोक तंवर पर हमला कर दिया। आस-पास मौजूद लोगों ने लेपर्ड पर लाठियां बरसाई। हालांकि लेपर्ड जंगल की ओर भाग गया। आखिरकार 12 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद लेपर्ड को ट्रैंकुलाइज कर लिया।

वन विभाग की रेंजर रंजन सुमन ने बताया कि वह सोमवार रात को गश्त से लौट रही थी। इसी दौरान सूचना मिली कि मंडेला क्षेत्र के बुडानिया गांव के धतरवाला-जखोड़ा में मंगलवार सुबह 5:30 बजे अपने घर के बाहर पशुओं को चारा डाल रहे ससुर-बहू पर लेपर्ड ने हमला कर दिया।। सुबह से वन-विभाग की टीम लेपर्ड को पकड़ने के प्रयास में जुटी रही। इसके बाद जयपुर से आई टीम ने शाम 5:30 बजे लेपर्ड को ट्रैंकुलाइज किया।

तस्वीरों में देखिए- लेपर्ड का रेस्क्यू ऑपरेशन

वन-विभाग की टीम से लेपर्ड बचकर मकान के पीछे बने खेत में भाग निकला।
वन-विभाग की टीम से लेपर्ड बचकर मकान के पीछे बने खेत में भाग निकला।
तस्वीर, वेटनरी डॉक्टर अशोक तंवर की है, जिन पर लेपर्ड ने अटैक किया था।
तस्वीर, वेटनरी डॉक्टर अशोक तंवर की है, जिन पर लेपर्ड ने अटैक किया था।
ट्रैंकुलाइज करने के बावजूद भी लेपर्ड अधिकारियों पर गुर्राता रहा।
ट्रैंकुलाइज करने के बावजूद भी लेपर्ड अधिकारियों पर गुर्राता रहा।
लेपर्ड को पूंछ से पकड़ कर बाहर निकालते वन-कर्मी।
लेपर्ड को पूंछ से पकड़ कर बाहर निकालते वन-कर्मी।

वेटरनरी डॉक्टर अशोक तंवर ने बताया-

मकान में टंकी के पीछे लेपर्ड छिपा हुआ था। 45 मिनट में रेस्क्यू कर लिया गया। मुझे भी थोड़ी बहुत चोट आई है। वन विभाग झुंझुनूं और ट्रैंकुलाइजर गन टीम जयपुर ने लेपर्ड का रेस्क्यू किया है। लेपर्ड रास्ता भटक कर गांव में आ गया था। यह 5 साल का है।

मकान में घुसा लेपर्ड

रेंजर रंजन सुमन ने बताया कि सुबह लेपर्ड के गांव में आने की सूचना मिली थी। इसके बाद करीब 2:30 बजे तक लेपर्ड को गांव में तलाशते रहे। लेपर्ड गांव के ही एक खंडहर में बैठा नजर आया था। इसके बाद स्थानीय वन-विभाग की टीम ने लेपर्ड का रेस्क्यू करने का प्रयास किया। शाम 4 बजे जयपुर से भी टीम पहुंच गई। इस दौरान लेपर्ड एक घर में घुस गया।

डॉक्टर पर किया हमला

झुंझुनूं रेंजर विजय फगेड़ियां ने बताया कि जयपुर चिड़ियाघर से आए वेटनरी डॉक्टर अशोक तंवर टीम के साथ सीढ़ी लगाकर लेपर्ड को मकान में ही ट्रैंकुलाइज करने का प्रयास कर रहे थे। इतने में लेपर्ड ने अचानक दीवार से कूदकर उन पर हमला कर दिया। इसके बाद मकान के पीछे बने खेत में भाग निकला। यहां उसे ट्रैंकुलाइज किया गया। वन विभाग के अधिकारियों ने लेपर्ड का रेस्क्यू कर पिंजरे में बंद किया।

तस्वीर, हवा सिंह की है। सुबह लेपर्ड ने उन्हें और उनकी बहू को हमला कर घायल कर दिया था।
तस्वीर, हवा सिंह की है। सुबह लेपर्ड ने उन्हें और उनकी बहू को हमला कर घायल कर दिया था।

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