सेन समाज का शिक्षा को बढ़ावा देने का फैसला:दसवीं तक के बच्चों को नहीं लगाएंगे सैलून के काम में, बेटियों को भी अनिवार्य रूप से पढ़ाने का निर्णय
सेन समाज का शिक्षा को बढ़ावा देने का फैसला:दसवीं तक के बच्चों को नहीं लगाएंगे सैलून के काम में, बेटियों को भी अनिवार्य रूप से पढ़ाने का निर्णय

उदयपुरवाटी : सेन समाज ने शिक्षा को प्राथमिकता देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। शुक्रवार को सेन जयंती पर सेन मंदिर में आयोजित बैठक में यह फैसला लिया गया। तहसील अध्यक्ष महावीर प्रसाद सेन नेवरी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में समाज में शिक्षा की स्थिति पर चर्चा की गई।
बैठक में चर्चा की गई कि समाज के लोग छोटे बच्चों को पुस्तैनी कार्य में लगा देते हैं। इससे उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। लड़कों की शिक्षा पर ध्यान न देने से बालिकाओं की शिक्षा भी उपेक्षित हो जाती है।
समाज ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि दसवीं कक्षा से पहले किसी भी बच्चे को सैलून के काम में नहीं लगाया जाएगा। साथ ही बेटियों को भी कम से कम दसवीं तक की शिक्षा दिलाना अनिवार्य होगा।
सेन महाराज की 725वीं जयंती के अवसर पर पुजारी केशर महाराज के सानिध्य में विशेष पूजा की गई। शाम को सेन महाराज की शोभायात्रा निकाली गई। कार्यक्रम में कैलाश चंद मावतवाल, अनिल सेन, गोरूराम सेन, सुरेंद्र सेन गिरावड़ी, विनोद मावतवाल, सुनील सुनारीवाल, पवन कुमार सेन और बीनू सेन सहित समाज के अन्य लोग उपस्थित थे।