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झुंझुनूं के BDK अस्पताल में पहुंचे अधिकारी:संयुक्त निदेशक ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा; मेडिसिन, डायलिसिस और शिशु विंग का निरीक्षण किया


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झुंझुनूं के BDK अस्पताल में पहुंचे अधिकारी:संयुक्त निदेशक ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा; मेडिसिन, डायलिसिस और शिशु विंग का निरीक्षण किया

झुंझुनूं के BDK अस्पताल में पहुंचे अधिकारी:संयुक्त निदेशक ने व्यवस्थाओं का लिया जायजा; मेडिसिन, डायलिसिस और शिशु विंग का निरीक्षण किया

झुंझुनूं : लू-ताप घात और अन्य मौसमी बीमारियों के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सतर्क है। इसी क्रम में गुरुवार संयुक्त निदेशक डॉ. अजय चौधरी ने झुंझुनूं जिले का दौरा किया और जिले के सबसे बड़े राजकीय बीडीके अस्पताल का निरीक्षण किया।

मरीजों का हाल जाना

डॉ. चौधरी ने सबसे पहले मेडिसिन वार्ड का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने विभिन्न रोगों से पीड़ित मरीजों से बातचीत कर अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। दमा के रोग से भर्ती प्रताप सिंह ने अस्पताल में मिल रहे उपचार, दवाओं और स्वास्थ्यकर्मियों के व्यवहार पर संतोष व्यक्त किया। इसके बाद उन्होंने डायलिसिस वार्ड का दौरा किया और वहां भर्ती मरीजों से भी व्यवस्थाओं को लेकर फीडबैक लिया।

गर्भवती महिलाओं से मिले

संयुक्त निदेशक ने मातृ एवं शिशु विंग का भी विस्तृत निरीक्षण किया। उन्होंने प्रत्येक वार्ड में जाकर गर्भवती महिलाओं से बातचीत की और उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में पूछा। इस दौरान उन्होंने पीएमओ डॉ. जितेन्द्र भाम्बू से प्रतिमाह होने वाले प्रसव की संख्या के बारे में जानकारी ली। डॉ. भाम्बू ने बताया कि अस्पताल में प्रतिमाह औसतन 400 से आशिक डिलीवरी करवाई जाती हैं, जिनमें से 80 से 100 सिजेरियन ऑपरेशन होते हैं।

लू-तापघात की तैयारियों का जायजा

पीएमओ डॉ. जितेन्द्र भाम्बू ने अस्पताल की ओपीडी के बारे में बताते हुए कहा कि प्रतिदिन लगभग 2500 से 3000 रोगी यहां इलाज के लिए आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अधिकांश रोगी सुबह के समय ओपीडी में पहुंचते हैं, जबकि दोपहर में मरीजों की संख्या कम हो जाती है। डॉ. भाम्बू ने यह भी जानकारी दी कि अभी तक लू-तापघात से पीड़ित किसी भी रोगी को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता नहीं हुई है। उन्होंने आमजन में जागरूकता और स्थानीय स्तर पर लू-तापघात का शीघ्र उपचार शुरू होने को गंभीर मामलों को रोकने में सहायक बताया।

वातानुकूलित व्यवस्था की सराहना

डॉ. अजय चौधरी ने लू-तापघात के लिए बनाए गए विशेष वार्ड का बिंदुवार निरीक्षण किया और वहां उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने बीडीके अस्पताल के पूर्णतया वातानुकूलित वार्ड की सराहना की और इसी तर्ज पर जिले के अन्य अस्पतालों में भी लू-तापघात के वार्ड बनाने की पहल करने के निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सकों और नर्सिंगकर्मियों को हमेशा कार्यस्थल पर उपस्थित रहने और निर्धारित वेशभूषा में रहने के लिए भी निर्देशित किया।

इस निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल, पीएमओ डॉ. जितेन्द्र भाम्बू, डॉ. दयानंद सिंह, डॉ. सिद्धार्थ शर्मा, डॉ. अभिषेक, डॉ. नावेद, डॉ. जब्बार, डॉ. राजेन्द्र, सत्यवीर और मनोहर लाल सहित अस्पताल के कई चिकित्सक एवं नर्सिंगकर्मी मौजूद रहे।

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