झुंझुनूं जिला कलेक्ट्रेट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन:नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने का विरोध
झुंझुनूं जिला कलेक्ट्रेट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन:नेशनल हेराल्ड केस में सोनिया-राहुल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने का विरोध

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : मोहम्मद आरिफ चंदेल
झुंझुनूं : नेशनल हेराल्ड केस में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ ED द्वारा चार्जशीट दाखिल किए जाने के विरोध में गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने झुंझुनूं जिला कलेक्ट्रेट पर विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन जिला कांग्रेस कमेटी झुंझुनूं के नेतृत्व में किया गया। इसमें सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष दिनेश सुंडा ने कहा- बीजेपी की केंद्र सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए है। आए दिन संविधान की मर्यादा को तार-तार कर रही है। नेशनल हेराल्ड एक नॉन-प्रॉफिट संस्था रही है जो आज़ादी के समय से जनता को सूचना देने का काम करती रही है, लेकिन अब उसे राजनीतिक लाभ के लिए बदनाम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा- जैसे ही चुनाव नजदीक आते हैं, ईडी को सक्रिय कर दिया जाता है। राजस्थान चुनाव के दौरान भी गोविंद सिंह डोटासरा और प्रताप सिंह खाचरियावास के घर पर छापेमारी की गई थी, लेकिन कोई ठोस सबूत नहीं मिला।
उदयपुरवाटी विधायक भगवानाराम सैनी ने भी केंद्र सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा- राहुल गांधी को कई बार ईडी के सामने पेश किया गया, लेकिन हर बार नाकामयाबी हाथ लगी। यह केवल कांग्रेस नेताओं को मानसिक रूप से दबाव में लाने की कोशिश है। नेहरू और इंदिरा गांधी जैसे नेता भी कई बार जेल गए, लेकिन कांग्रेस की ताकत कभी कम नहीं हुई।
पिलानी विधायक पीतराम काला ने कहा- नरेंद्र मोदी को अब कांग्रेस की ताकत का डर सताने लगा है, इसलिए इस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। संसद में राहुल गांधी द्वारा सरकार की पोल खोलने के बाद से ही भाजपा बौखलाई हुई है और बदले की राजनीति कर रही है। कांग्रेस कार्यकर्ता अपने राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर शांतिपूर्ण ढंग से लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
ब्लॉक अध्यक्ष प्रहलाद गिल सहित बड़ी संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने सरकार की इस कार्रवाई को लोकतंत्र के खिलाफ बताते हुए कलेक्ट्रेट के सामने नारेबाजी की और चार्जशीट को वापस लेने की मांग की। प्रदर्शन के अंत में कांग्रेस नेताओं ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए इस पूरे मामले में निष्पक्ष जांच और राजनीतिक दुरुपयोग पर रोक लगाने की मांग की।