सीकर में पानी के लिए महिलाओं ने मटके फोड़े:बोलीं- महंगे दामों पर पानी के टैंकर डलवाने पड़ रहे, जलदाय विभाग के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन
सीकर में पानी के लिए महिलाओं ने मटके फोड़े:बोलीं- महंगे दामों पर पानी के टैंकर डलवाने पड़ रहे, जलदाय विभाग के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन

सीकर : सीकर के वार्ड नंबर 17-18, मदीना कॉलोनी में दर्जनों महिलाएं अपने हाथों में खाली मटके और बाल्टियां लिए जलदाय विभाग के ऑफिस के सामने जमा हो गईं। पिछले 6 महीनों से इस कॉलोनी में पानी नहीं आया है। स्थानीय महिलाएं बताती हैं कि पहले थोड़ा-बहुत पानी आता था, लेकिन जब से इलाके में पाइपलाइन के लिए खुदाई हुई, नल तो जैसे सूख ही गए। कई परिवार अब हर दिन सुबह-शाम पानी के लिए तरस रहे हैं।

बोलीं- मजबूरन टैंकर मंगवाने पड़ते हैं
महिलाएं बताती हैं- हम मजबूरन टैंकर मंगवाते हैं, लेकिन एक टैंकर के लिए 500-600 रुपए चुकाने पड़ते हैं। हर कोई इतना पैसा कहां से लाए। महिलाएं गुस्से में कहती हैं- पानी की किल्लत ने उनके घरों में रोजमर्रा के काम ठप कर दिए। बर्तन धोने से लेकर बच्चों को नहलाने तक हर छोटा-बड़ा काम अब एक जंग बन चुका है। आज तंग आकर महिलाएं जलदाय विभाग के ऑफिस पहुंचीं। ऑफिस के गेट के सामने धरना शुरू हुआ। पानी दो, पानी दो के नारे गूंजने लगे। कुछ महिलाओं ने गुस्से में अपने मटके जमीन पर पटक कर फोड़ दिए जैसे उनके सब्र का बांध टूट गया हो।

1 घंटे चला धरना और नारेबाजी
जलदाय ऑफिस के बाहर करीब एक घंटे तक धरना और नारेबाजी चली। आसपास के लोग भी वहां जमा होने लगे, और माहौल गर्म हो गया। आखिरकार, जलदाय विभाग के कर्मचारी बाहर आए। उन्होंने महिलाओं को शांत करने की कोशिश की और जल्द ही पानी की सप्लाई बहाल करने का वादा किया।