ईवीएम से वोटिंग बंद करने, महाविहार से जाति विशेष का कब्जा हटवाने प्रदर्शन कर 84 जनों ने दी गिरफ्तारी
भारत मुक्ति मोर्चा ने पांच सूत्री मांगों को लेकर विरोध रैली निकाली, कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया

झुंझुनूं : भारत मुक्ति मोर्चा की ओर से पांच सूत्री मांगों को लेकर बुधवार को विरोध रैली निकाली गई। बाद में कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन कर गिरफ्तारी दी गई।
मोर्चा के प्रदेश महासचिव ओमप्रकाश सेवदा ने बताया कि राष्ट्रीय आह्वान पर ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से मतदान करवाया जाए। ईवीएम से स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव संभव नहीं हैं। इसके अलावा ओबीसी की जातिगत जनगणना की जाए, क्योंकि 1931 के बाद से अब तक ओबीसी की जाति आधारित जनगणना नहीं की गई, जिससे उनके अधिकारों का हनन हो रहा है। बौद्ध गया स्थित महाबोधि महाविहार से जाति विशेष का कब्जा हटाया जाए। यह बहुजन समाज की ऐेतिहासिक धरोहर है। संसद में डॉ. भीमराव अंबेडकर को अपमान करने के मामले में केंद्रीय मंत्री अमित शाह को बर्खास्त किया जाए तथा वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक 2025 संविधान के अनुच्छेद 14, 25, 26 व 29 का उल्लंघन करता है, जो असंवैधानिक है। इस मांगों को मनवाने के लिए भारत मुक्ति मोर्चा ने अंबेडकर पार्क से विरोध रैली निकाली। यह रैली शहर के पीरू सिंह सर्किल, कलेक्ट्रेट सर्किल होते हुए कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची। जहां विरोध प्रदर्शन करने के बाद करीब 84 जनों ने गिरफ्तारी दी।
रैली और गिरफ्तारी देने वालों में बहुजन क्रांति मोर्चा के प्रभुदयाल जागृत, जिला संयोजक नथमल पालीवाल, बीवीएफ के जिला प्रभारी भीम प्रेमी, रणधीर सिंह, राजवीर सिंह, जगदेव सिंह, हरिराम खुडानिया, संजय सहित क्षत्रिय मूलनिवासी महासंघ, भारत मुक्ति मोर्चा महिला संघ, समता सैनिक दल, आरक्षण अधिकार मंच, भीम आर्मी, डॉ. भीमराव अंबेडकर चेरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारी, सदस्य व अन्य लोग मौजूद थे।