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बकरी का बच्चा 130 फीट गहरे कुएं में गिरा:4 दिन से गायब था, 2 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन से ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाला


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बकरी का बच्चा 130 फीट गहरे कुएं में गिरा:4 दिन से गायब था, 2 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन से ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाला

बकरी का बच्चा 130 फीट गहरे कुएं में गिरा:4 दिन से गायब था, 2 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन से ग्रामीणों ने सुरक्षित बाहर निकाला

मंडावा : मंडावा थाना इलाके के डूमरा की ढाणी में बीते चार दिनों से लापता बकरी का बच्चा 130 फीट गहरे कुएं में जीवित मिला। परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में क्रेन मशीन का उपयोग किया गया, जिसे परिजनों ने अपने खर्चे पर बुलवाया था।

बकरी की आवाज से हुआ बच्चे का पता

करीब चार दिन पहले रणजीत सांसी की बकरी का बच्चा अचानक गायब हो गया था। परिजन और ग्रामीण लगातार उसे ढूंढ रहे थे, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा था। परिवार वालों ने अनुमान लगाया था कि कोई जंगली जानवर उसे उठा ले गया होगा या फिर वह कहीं भटक गया होगा।

आज सुबह रणजीत सांसी की बकरी घूमते-घूमते एक पुराने कुएं के पास जा पहुंची। जब वह वहां रुकी और अपनी खास आवाज में बोलने लगी, तो परिजन भी संदेहवश कुएं के पास पहुंचे। जैसे ही उन्होंने बकरी की आवाज सुनी, वैसे ही कुएं के अंदर से भी बकरी के बच्चे की कमजोर आवाज आई। यह सुनते ही परिजनों और आसपास के लोगों को यकीन हो गया कि बकरी का बच्चा कुएं के अंदर फंसा हुआ है।

मौके पर जुटी भीड़, रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया

बकरी के बच्चे की आवाज सुनते ही मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। सभी ने मिलकर उसे बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया। परिजनों ने तुरंत क्रेन मशीन बुलवाई और वार्ड के ही युवक सुरेश को कुएं के अंदर उतारा गया। सुरेश को रस्सियों और क्रेन के सहारे नीचे भेजा गया, जिससे वह बकरी के बच्चे तक पहुंच सके।

रेस्क्यू के दौरान बड़ा हादसा होते-होते टला

रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बची। कुएं के ऊपर रखा लकड़ी का डंडा, जिससे क्रेन की रस्सी को सहारा दिया गया था, अचानक टूट गया। यह देखकर वहां मौजूद लोग घबरा गए, लेकिन सभी ने सूझबूझ से काम लिया। ग्रामीणों ने क्रेन के वायर को मजबूती से पकड़ लिया, जिससे कोई अनहोनी न हो। इसके तुरंत बाद एक नया और मजबूत लकड़ी का डंडा लगाया गया, जिससे रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहे।

2 घंटे के प्रयास के बाद सफल हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन

करीब 2 घंटे तक चले इस मुश्किल रेस्क्यू ऑपरेशन में सुरेश बिल्ला ने बड़ी सावधानी से बकरी के बच्चे को अपने साथ ऊपर लाने में सफलता पाई। जैसे ही बकरी के बच्चे को कुएं से बाहर निकाला गया, वहां मौजूद ग्रामीणों और परिजनों ने राहत की सांस ली। बच्चे को सुरक्षित देख लोगों के चेहरे पर खुशी लौट आई।

परिजनों ने तुरंत बकरी के बच्चे की जांच की और उसे गर्म कपड़े में लपेटा। चार दिन तक कुएं में फंसे रहने के बावजूद वह जीवित था, हालांकि वह काफी कमजोर हो गया था। परिजनों ने बताया कि वे अब उसकी विशेष देखभाल करेंगे, जिससे वह जल्दी स्वस्थ हो सके।

बकरी के बच्चे का इस तरह कुएं से सुरक्षित बाहर निकलना पूरे गांव में चर्चा का विषय बन गया। ग्रामीणों ने सुरेश की बहादुरी और सूझबूझ की जमकर तारीफ की। वहीं, रणजीत सांसी और उनके परिवार ने राहत महसूस करते हुए सभी का धन्यवाद किया, जिन्होंने इस रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग दिया।

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