रींगस में अनूठे तरीके से मनाई होली:एक साथ निकली बारात और शव यात्रा, बुराइयों को जलाकर मनाया होली का त्योहार
रींगस में अनूठे तरीके से मनाई होली:एक साथ निकली बारात और शव यात्रा, बुराइयों को जलाकर मनाया होली का त्योहार

रींगस : राजस्थान के रींगस कस्बे में होली का त्योहार एक अनूठी परंपरा के साथ मनाया जाता है। शुक्रवार को गोपीनाथ राजा मंदिर के सामने सैकड़ों लोगों ने इस विशेष होली में हिस्सा लिया। इस परंपरा में एक साथ दो विपरीत भावनाओं का संगम देखने को मिलता है। एक तरफ शव यात्रा निकाली जाती है, जिसमें लोग मातम मनाते हैं। वहीं दूसरी तरफ बारात निकलती है, जिसमें लोग बैंड-बाजों के साथ नाचते-गाते हैं। श्री सूर्य मंडल समाज सेवा समिति की ओर से भजन-कीर्तन का आयोजन भी किया गया।
समिति के अध्यक्ष हरिप्रसाद के अनुसार, यह जुलूस गोपीनाथ मंदिर से शुरू होकर जामा मस्जिद, जोशियों का मोहल्ला, रामानंद रोड और आजाद चौक होते हुए दशहरा मैदान तक जाता है। वहां शव यात्रा का विधिवत अंतिम संस्कार किया जाता है। इस परंपरा के पीछे एक गहरा अर्थ छिपा है। शव यात्रा कस्बे की बुराइयों और समस्याओं का प्रतीक है। इसके अंतिम संस्कार से मान्यता है कि कस्बे की सारी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं। वहीं दूल्हे की बारात आने वाले साल की खुशियों का प्रतीक मानी जाती है।
कार्यक्रम के दौरान थानाधिकारी सुरेश कुमार के नेतृत्व में पूरे कस्बे में पुलिस जाप्ता तैनात रहा। अंतिम संस्कार के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर होली की बधाई दी और रंग-गुलाल लगाकर त्योहार का आनंद लिया।