बीडीके अस्पताल के पालना गृह में मिला नवजात:अलार्म बजते ही दौड़ा स्टाफ, प्री-मैच्योर बच्चे की हालत नाजुक
बीडीके अस्पताल के पालना गृह में मिला नवजात:अलार्म बजते ही दौड़ा स्टाफ, प्री-मैच्योर बच्चे की हालत नाजुक

झुंझुनूं : झुंझुनूं के राजकीय बीडीके अस्पताल में पालना गृह में नवजात मिला है। अस्पताल की आपातकालीन इकाई में लगा अलार्म बजा तो वहां मौजूद अस्पताल का गार्ड दौड़ा। पालना गृह संभाला तो एक कपड़े में नवजात लिपटा हुआ मिला। गार्ड ने स्टाफ को सूचना दी। वे तुरन्त पहुंचे और बच्चे को संभाला। उसके बाद बच्चे को एसएनसीयू में भर्ती किया गया। नवजात मेल चाइल्ड है।
जन्म के 6 घंटे बाद ही छोड़ा शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. बीडी बाजिया की देखरेख में बच्चे का उपचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शिशु प्री-मैच्योर है। शिशु का वजन करीब 2 किलो 300 ग्राम है। जन्म के 6 घंटे बाद ही उसे पालना गृह में छोड़ दिया गया। उसकी हालत नाजुक है। सांस लेने में तकलीफ है। शरीर का तापमान कम था। बच्चे के पांव पर कैनुला लगाए जाने का निशान देखते हुए लगता है कि इसकी डिलीवरी किसी अस्पताल में प्रशिक्षित स्टाफ ने करवाई है। बच्चे का गहन शिशु इकाई में उपचार किया जा रहा है।
10 महीने में 5 नवजात मिले झुंझुनू में लगातार नवजात बच्चे को छोड़ने के मामले बढ़ रहे है। बीडीके अस्पताल के पालना गृह में 10 महीने में 5 नवजात मिल चुके है। बीते साल मई, जून, अगस्त और नवंबर में पालना गृह में नवजात मिले थे। इस साल पहला ही नवजात मिला है।