35 वर्षों से मोक्ष धाम संभालने वाले राम निरंजन तुलस्यान की देह पंचतत्व में विलीन हुई
बेटियों एवं पोतियो ने भी गमगीन माहौल में अर्थी को दिया कांधा

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : चंद्रकांत बंका
झुंझुनूं : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ झुंझुनूं के संस्थापक सदस्यों मेसे एक, इमरजेंसी में जेल जाने की बजाय जेल के बाहर की व्यवस्था संभालने वाले कर्मठ कार्यकर्ता रामनिरंजन तुलस्यान की पार्थिव देह सोमवार अपराह्न चार बजे श्री राणी सती जी मंदिर के पीछे स्थित मुक्तिधाम में पंचतत्व में विलीन हो गई। उनकी चिता को मुखाग्नि उनके सुपुत्र हरीश एवं विनय तुलस्यान ने दी।
पिछले 35 वर्षों से जिस मोक्ष धाम कोj वे दोनों टाइम अर्थात सुबह और शाम जाकर अपने हाथों से पेड़ पौधों की सार संभाल करके सफाई व्यवस्था देखते आ रहे थे उसी मोक्ष धाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
इससे पूर्व उनकी अंतिम यात्रा पुराने भर्ती दफ्तर के पास किसान कॉलोनी स्थित उनके निवास स्थान से मोक्षधाम के लिए शहर की विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं के पदाधिकारी, सदस्य, परिवारजन एवं गणमान्य जन की उपस्थिति में अपराह्न 3:00 बजे निकाली गई।
माहौल उस समय बेहद गमगीन हो गया जब उनकी अर्थी को बेटियों एवं पोतियो ने अर्थी को कांधा दिया।
वे अपने पीछे सुशीला देवी धर्मपत्नी, अनुज भ्राता दीनबंधु, दो बेटे हरीश एवं विनय, दो बेटियां मनीषा रंजन गोयनका एवं प्रीति मनीष केडिया, दो सुपौत्र तन्मय एवं हर्षित, दो पोतिया कीर्ति एवं भक्ति, भतीजे शशिकांत एवं सुनील तुलस्यान सहित भरापुरा परिवार छोड़कर गए हैं।