गैंगस्टर की लेडी डॉन पत्नी बोली–मैं बचपन से बदमाश थी:अपने किए पर पछतावा नहीं, आनंदपाल गैंग की मेंबर नहीं थी, लॉरेंस से कभी नहीं मिली
गैंगस्टर की लेडी डॉन पत्नी बोली–मैं बचपन से बदमाश थी:अपने किए पर पछतावा नहीं, आनंदपाल गैंग की मेंबर नहीं थी, लॉरेंस से कभी नहीं मिली
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सोनीपत : हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर काला जठेड़ी की लेडी डॉन पत्नी अनुराधा चौधरी ने कहा कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। वह सिस्टम के हर दरवाजे पर गई लेकिन जब मदद नहीं मिली तो बगावत कर दी। अनुराधा ने खुद को बचपन से बदमाश बताते हुए कहा कि लेडी डॉन, रिवॉल्वर रानी और मैडम मिंज जैसे नाम उसे मीडिया ने दिए हैं।
अनुराधा ने यह भी दावा किया कि वह कभी राजस्थान के गैंगस्टर आनंदपाल की गैंग की मेंबर नहीं रही। उसकी जमीन का झगड़ा था, जिसमें लैंड माफिया के तौर पर आनंदपाल गैंग ने उससे संपर्क किया। अनुराधा ने यह भी कहा कि वह न कभी गैंगस्टर लॉरेंस से मिली और न ही कभी कोई बात हुई है।
यह बात अलग है कि काला जठेड़ी इसी लॉरेंस सिंडिकेट का मेंबर है। अनुराधा ने एक निजी चैनल से बातचीत में अपने बचपन से लेकर काला जठेड़ी से शादी तक की सभी बातें शेयर कीं।

लेडी डॉन अनुराधा चौधरी की कहीं 10 अहम बातें…
1. बचपन में थोड़ी बदमाश थी, मुझे मेल बच्चे जैसे आजादी मिली अनुराधा चौधरी ने कहा– बचपन में मैं थोड़ी बदमाश रही हूं। जैसा मीडिया में कहते हैं कि मेरी मां नहीं थी, ऐसा नहीं है। मेरी मां आज भी जिंदा है। मुझे मेरे पिता ने लैविस लाइफ (शानदार जीवन) दी। मुझे एक मेल बच्चे जैसी फ्रीडम दी गई। मैंने शानदार बचपन जिया है। परिवार में मेरे मम्मी–पापा, भाई–बहन, एक बेटा और पति हैं।
2. मैंने MBA किया, बिजनेस करने की सोच थी अनुराधा ने कहा- मेरा LLB का लास्ट सेमेस्टर कंप्लीट नहीं हो पाया। मेरे और संदीप के ऊपर केस हैं, वकीलों को डील करना पड़ता है, फैमिली की भी जिम्मेदारी है। इस वजह से मैं इसे पूरा नहीं कर सकी। मैंने MBA किया, मैं यूनिवर्सिटी में गोल्ड मेडलिस्ट रही, मेरी बिजनेस करने की सोच थी, जो शेयर मार्केट में लिस्टेड हो। मगर, जिंदगी मुझे यहां ले आई।
3. पहली शादी लव मैरिज नहीं अरेंज थी, वहीं से मैडम मिंज नाम पड़ा अनुराधा ने पहली शादी के बारे में बताया, ‘मैंने लव मैरिज नहीं की थी। शादी करनी थी। जिस तरीके से मैं रही, जो फ्रीडम थी, बोल्ड डिसीजन लेना, मुझे यह लगता था कि जाट फैमिली मुझे कभी ये अलाउ नहीं करेगी। मुझे हमेशा इससे डर लगता था। वह मेरी अरेंज मैरिज थी।’
अनुराधा चौधरी ने मैडम मिंज नाम पड़ने के बारे में बताया कि वह उसके पहले पति का सरनेम है। वह क्रिश्चियन थे। वह बोली, ‘मीडिया ने मुझे काफी नाम दे दिए।’
4. पार्टनर्स की वजह से क्राइम की दुनिया में आई मैंने शेयर मार्केट में ट्रेडिंग की। उसके बाद एक फ्रेंचाइजी लेकर आई। यह सब ब्रोकरशिप थी, जिसमें मुझे ब्रोकरेज मिले। उसमें कुछ पार्टनर जुड़े। उनके साथ पहले चीजें ठीक चलीं, लेकिन बाद में उन्होंने लालच दिखाना शुरू कर दिया। रेट ऑफ इंटरेस्ट बढ़ा दिया। मैं सिर्फ बिजनेस करना चाहती थी। मुझे पता नहीं था कि चेक पर साइन की क्या वैल्यू होगी।
उन लोगों ने इससे कोई ऐसी चीजें की कि कैश आ रहा तो रसीद दे दी, लेकिन कैश हड़प गए। पैसा आया तो बीच में से ही काट लेते थे। मुझे तो रसीद मिलती थी कि मेरी कंपनी पर इतना कर्ज हो गया है। मुझे डराया–धमकाया, बदनाम करने की कोशिश की। इसके बाद मैं पुलिस के पास गई। उन्होंने कई तरह के तिकड़म लगाए।
5. पुलिस डिपार्टमेंट ने मेरी बात नहीं सुनी उनकी पहुंच बहुत थी, पुलिस ने उनकी ही बात सुनी। मेरी कोई सुनवाई नहीं हुई। जब डिपार्टमेंट ने नहीं सुनी तो फिर जो रास्ता, जो चीजें मुझे समझ आईं, मैंने भी की। खुद को बचाने और जो मुझे सही लगा, मैंने किया। फिर चीजें नेगेटिव होनी शुरू हो गईं। इसके बाद बिजनेस पार्टनर और मैं एक–दूसरे के दुश्मन हो गए। उन्होंने पेपर में मुझे कर्जदार बना दिया।
6. मैंने आनंदपाल से मदद नहीं मांगी, उन्होंने मुझे कॉन्टैक्ट किया मैं आनंदपाल से न तो मदद मांगने गई। मैंने एक जमीन बेचने की कोशिश की थी, जिसके पेपर बिजनेस पार्टनर ने हथिया लिए। जिस साइन की मैं वैल्यू नहीं जानती थी, उसका उन्होंने इस्तेमाल किया। लैंड माफिया अक्सर ऐसे झगड़े वाली जमीन को लेकर कॉन्टैक्ट करता है। मुझे उन्होंने कॉन्टैक्ट किया था। इसी से उनसे संपर्क हुआ था। उसमें मैं सिर्फ एक जमीन बेचने वाली थी, और कुछ नहीं था।
7. मैं आनंदपाल की गैंग में कभी नहीं रही आनंदपाल सिंह ने कभी भी मुझे गैंग में शामिल होने के लिए नहीं कहा। मैंने एक-दो लोगों को लीगली हेल्प जरूर की। वह कहते थे कि इन्हें गलत ढंग से फंसाया गया है। इसके बाद डिपार्टमेंट ने मुझ पर झूठा केस बना दिया। मैं उनको लेकर CMO को शिकायत भेजती थी। इसको लेकर पुलिस ने मुझे आनंदपाल गैंग से जोड़कर केस बना दिए।
8. लेडी डॉन, रिवॉल्वर रानी का नाम मीडिया ने दिया जब मुझ पर पहले झूठा केस लगाया तो फिर मीडिया को लगा कि एक औरत इतना कुछ कैसे कर सकती है। सबके लिए यह चौंकाने वाला था कि एक लेडी ऐसे कैसे कर सकती है। इसलिए मुझे रिवॉल्वर रानी और लेडी डॉन बना दिया। मेरी मेंटिलिटी ये है कि जो आदमी डॉमिनेट नहीं होता, डॉमिनेशन को नो कहता है, उसको आप डॉन कह सकते हो।
9. पहली गिरफ्तारी शराब-आर्म्स एक्ट में हुई मेरी पहली गिरफ्तारी जनवरी 2013 में हुई। मुझ पर आर्म्स और एक्साइज एक्ट लगाया गया था। एक गाड़ी में पुलिस ने शराब और हथियार बरामद करने की बात शो की थी। यह डीडवाना का केस था। उस टाइम आनंदपाल की पेशी वगैरह होती थी। मैं उनके एडवोकेट से मिलती थी।
मुझे जब पहली बार किसी ने यूट्यूब पर दिखाया तो मैं 20 मिनट के लिए शॉक्ड हो गई थी। तब मुझे किसी ने कहा कि मैडम, इस दुनिया में 2 ही चीजें हो सकती हैं, एक कुख्यात और दूसरा विख्यात। विख्यात नहीं हो सकीं तो कुख्यात ही सही।
10. मुझे पछतावा नहीं, लीगली हर दरवाजे पर गई जो मैंने किया है, उसका मुझे कोई पछतावा नहीं है। मैंने लीगली डोर नॉक किए हैं। शर्मिंदगी सोसाइटी और डिपार्टमेंट को होनी चाहिए। मैं कई बार मदद के लिए गई, लेकिन कोई हेल्प नहीं हुई। मुझे अपने को बचाने के लिए जो करना चाहिए था, मैंने वह किया। वह मेरा स्ट्रगल फेज था।
मैंने अपने पति को छोड़ दिया था। मेरे इस स्ट्रगल में जो मेरे साथ पुलिस थाने तक भी न जा सके, उसके साथ मैं कैसे रह सकती हूं। मेरे बेटे ने वह सब देखा कि मुझे किस तरह से बिजनेस पार्टनर धमकाते थे। मैंने तब सुसाइड की कोशिश भी की। मेरे बेटे ने वह सब देखा, जो उसे नहीं देखना चाहिए था। वह जानता है कि मम्मी ने कुछ गलत नहीं किया है।