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सरकार पर फोन-टैपिंग के आरोप पर बोले किरोड़ी-मुझसे गलती हुई:कार्रवाई क्या होगी, सीएम-खर्रा नहीं बता सकते; भाजपा को नोटिस का दिया जवाब


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सरकार पर फोन-टैपिंग के आरोप पर बोले किरोड़ी-मुझसे गलती हुई:कार्रवाई क्या होगी, सीएम-खर्रा नहीं बता सकते; भाजपा को नोटिस का दिया जवाब

सरकार पर फोन-टैपिंग के आरोप पर बोले किरोड़ी-मुझसे गलती हुई:कार्रवाई क्या होगी, सीएम-खर्रा नहीं बता सकते; भाजपा को नोटिस का दिया जवाब

जयपुर : कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने फोन टैपिंग के मामले पर कहा- मुझसे गलती हुई है और नोटिस के जवाब में मैंने स्वीकारा है। मंत्री ने कहा कि अनुशासनहीनता पर कार्रवाई का अधिकार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष को है। मंत्री झाबर सिंह खर्रा और मुख्यमंत्री कार्रवाई के बारे में नहीं बता सकते। इससे पहले बुधवार सुबह कैबिनेट मंत्री ने पार्टी के नोटिस का जवाब ई-मेल से दिया। इसमें मंत्री ने लिखा है कि मुझे इनपुट मिला था कि मेरा फोन टैप हो रहा है।

दरअसल, किरोड़ीलाल मीणा ने अपनी ही सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया था। इसके बाद से सरकार और भाजपा विपक्ष के निशाने पर हैं। इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री के जवाब को लेकर भी विधानसभा में हंगामा बरपा था।

किरोड़ीलाल का हाईकमान को जवाब-

मेरा फोन टैप हो रहा है। इसका इनपुट मुझे मिला था। मैंने मीडिया में किसी से भी यह बात नहीं कही। मैंने सामाजिक कार्यक्रम में अपनी बात रखी थी। जिसे किसी ने वायरल कर दिया। मैने हमेशा पार्टी के लिए काम किया है। मैं पार्टी का अनुशासित सिपाही हूं।

किरोड़ीलाल बोले- मेरी कोई नाराजगी नहीं पार्टी से मिले नोटिस और उसके जवाब को लेकर किरोड़ीलाल ने पहली बार जयपुर में मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि- मैंने क्या जवाब दिया यह मैं बताऊंगा नहीं। मेरी कोई नाराजगी नहीं है, अगर कोई नाराजगी होती तो मैं मुस्कुराता नहीं। अनुशासनहीनता पर कार्रवाई को लेकर बोले- यह प्रदेश अध्यक्ष का अधिकार है। अगर वो जवाब से संतुष्ट नहीं होते हैं तो कार्रवाई के बारे में बता सकते हैं।

अब जानिए- जयपुर के आमागढ़ मंदिर में किरोड़ीलाल ने क्या कहा था-

मैंने भ्रष्टाचार के कुछ मामले बीच में उठाए थे, 50 फर्जी थानेदारों को गिरफ्तार किया गया। मैंने जब कहा कि ये परीक्षा रद्द करो, तो सरकार ने मेरी बात नहीं मानी। उल्टा सरकार की तरफ से जैसा पिछले राज में हुआ करता था, वैसा ही हो रहा है। चप्पे-चप्पे पर मेरे लिए सीआईडी लगाई जा रही है, मेरा टेलीफोन भी रिकॉर्ड किया जा रहा है। इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।

कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा बुधवार को मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ के घर पहुंचे थे। यहां वे उनके पिता के निधन पर शोक व्यक्त करने गए थे।
कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा बुधवार को मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ के घर पहुंचे थे। यहां वे उनके पिता के निधन पर शोक व्यक्त करने गए थे।

किरोड़ी ने मीडिया से बात करते हुए कही ये 2 बड़ी बातें…

1.आरपीएससी का पुनर्गठन होना चाहिए

आरपीएससी को लेकर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि मैंने मीडिया में देखा कि आरपीएससी को डांट पड़ी है, पड़नी भी चाहिए। आगे बढ़कर मैं कहूंगा कि आरपीएससी ने पिछले 5-6 से जो गलतियां की हैं उसे सब देख रहे हैं। आप जानते हो उसको भंग तो नहीं कर सकते हैं। सचिन पायलट ने भंग करने की मांग की थी, लेकिन उसका पुनर्गठन हो सकता है।

2. मेरे एनकाउंटर के आदेश दिए थे

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि विधायक गोपाल शर्मा ने सही कहा है, उस राज में मेरे एनकाउंटर के आदेश दिए थे। हम 2 विधायक थे जो जनता के मुद्दों के लिए आंदोलन करते थे।

हरि शर्मा जो खानपुर से थे और मैं महुआ से विधायक था उस समय मैं डेढ़ माह तक मैं CMR को 5 हज़ार मजदूरों के साथ घेरे हुए था। उस समय के मुख्यमंत्री ने आदेश दिए थे।

भैरोसिंह जी ने हमें बुलाकर बताया था। उन्होंने उस समय के DIG सिक्योरिटी को चेतावनी भी दी थी। गोपाल शर्मा उस समय पत्रकार थे। आगे पत्रकार बातचीत करके उस समय के अधिकारियों के बारे में बताऊंगा।

12 फरवरी तक देना था जवाब

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने सोमवार (10 फरवरी) को कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा को अनुशासनहीनता का नोटिस भेजा था। पार्टी ने किरोड़ी के फोन टैपिंग के बयान को अनुशासनहीनता माना था।

किरोड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी कर 3 दिन में जवाब मांगा गया है। इससे पहले ही बुधवार को मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अपना जवाब पार्टी प्रदेशाध्यक्ष को भेज दिया है।

किरोड़ी के आरोपों पर सदन में हुआ था जमकर हंगामा

दरअसल, किरोड़ीलाल के बयानों के कारण कांग्रेस ने विधानसभा में सरकार को जमकर घेरा था। इसके बाद पार्टी हाईकमान एक्टिव हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा ने मदन राठौड़ से इस बारे में चर्चा की थी, इसके बाद उन्हें नोटिस भेजा गया।

नोटिस में कहा गया था कि सार्वजनिक रूप से बयान देकर भाजपा नीत सरकार पर फोन टैप कराने का आरोप लगाया, जो असत्य है। आपने बयान देकर भाजपा की बहुमत वाली सरकार की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का काम किया है।

किरोड़ी के फोन टैपिंग के आरोपी के बाद विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ था। कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से इस्तीफा की मांग भी की थी। नेता प्रतिपक्ष ने विरोध के चलते राज्यपाल के अभिभाषण पर भाषण तक नहीं दिया था।

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