नीमकाथाना जिला निरस्त होने का विरोध:कलेक्ट्रेट के सामने 34 दिनों से भूख हड़ताल जारी
नीमकाथाना जिला निरस्त होने का विरोध:कलेक्ट्रेट के सामने 34 दिनों से भूख हड़ताल जारी

नीमकाथाना : नीमकाथाना जिले को निरस्त किए जाने के विरोध में स्थानीय नागरिकों का आंदोलन जारी है। जिला बचाओ संघर्ष समिति के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट के सामने पिछले 34 दिनों से क्रमिक भूख हड़ताल चल रही है। इसी कड़ी में युवा संगठनों ने 30 जनवरी को चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था।
आंदोलन में शामिल विकास कुमावत ने बताया कि भाजपा सरकार द्वारा नीमकाथाना जिले और संभाग को निरस्त करने के बाद से स्थानीय जनता शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी मंत्रियों की बयानबाजी के विरोध में आने वाले दिनों में और भी विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे, जिससे राज्य सरकार तक जनता की आवाज पहुंच सके।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नीमकाथाना को जिला बनाए जाने से क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक विकास को गति मिली थी। जिले का दर्जा छिनने से यहां के नागरिकों की खुशहाली प्रभावित होगी। वर्तमान में कलेक्ट्रेट के सामने चल रही भूख हड़ताल में एडवोकेट श्रवण कुमार शर्मा, राजू यादव, पूरण मल सैनी, इंद्राज यादव और केशव सैनी शामिल हैं।