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झुंझुनूं में हॉस्पिटल से गायब मरीज, बॉडी पड़ोस में मिली:फोन के कारण मिली लोकेशन, अस्पताल संचालक का दावा- खुद चलकर गया


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झुंझुनूं में हॉस्पिटल से गायब मरीज, बॉडी पड़ोस में मिली:फोन के कारण मिली लोकेशन, अस्पताल संचालक का दावा- खुद चलकर गया

झुंझुनूं में हॉस्पिटल से गायब मरीज, बॉडी पड़ोस में मिली:फोन के कारण मिली लोकेशन, अस्पताल संचालक का दावा- खुद चलकर गया

झुंझुनूं : एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट मरीज अचानक वार्ड से गायब हो गया। परिजन उसे दिनभर पूरे हॉस्पिटल में ढूंढते रहे। हॉस्पिटल के बाहर भी आसपास तलाश की गई, लेकिन रात तक मरीज का कुछ पता नहीं लगा। पुलिस ने फोन की लोकेशन निकाली तो हॉस्पिटल के पास ही मिली। अस्पताल की छत पर चेक किया तो पड़ोस की छत पर गिरा दिखाई दिया। जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। मामला झुंझुनूं शहर के आरुणि हॉस्पिटल का सोमवार (27 जनवरी) का है। मैनेजमेंट का दावा है कि मरीज शराब का आदी था। वह खुद चलकर वहां तक गया था। इसके सबूत भी उनके पास हैं।

हॉस्पिटल का दावा है कि वीडियो रिकॉर्डिंग है, जिसमें वह खुद ही छत पर गया है और वहां से गिरा है। परिजन की ओर से लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं।
हॉस्पिटल का दावा है कि वीडियो रिकॉर्डिंग है, जिसमें वह खुद ही छत पर गया है और वहां से गिरा है। परिजन की ओर से लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं।

23 जनवरी को कराया था एडमिट

कोतवाली एसएचओ नारायण सिंह ने बताया कि हेतमसर गांव निवासी संजीव जाट (45) को 23 जनवरी को एडमिट कराया गया था। बताया जा रहा है उसके लिवर में खराबी थी। संजीव के चचेरे भाई होशियार सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह 8 बजे वार्ड में रूटीन जांच के दौरान नर्स को संजीव गायब मिला। हॉस्पिटल से पता चला कि वह सुबह 4 बजे से ही गायब था। अस्पताल प्रबंधन ने न तो हमें इसकी जानकारी दी और न पुलिस में रिपोर्ट दी। परिजन व अस्पताल के कर्मचारियों ने उसकी पूरे दिन तलाश की। सोमवार रात उसका शव हॉस्पिटल के पीछे बनी दूसरी बिल्डिंग की छत पर मिला।

परिजन हॉस्पिटल पर कार्रवाई की मांग करते हुए सोमवार रातभर धरने पर बैठे रहे।
परिजन हॉस्पिटल पर कार्रवाई की मांग करते हुए सोमवार रातभर धरने पर बैठे रहे।

नहीं ली बॉडी, धरने पर बैठे ग्रामीण व परिजन

सोमवार रातभर धरने पर बैठे रहे परिजन अस्पताल प्रबंधन, डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने और अस्पताल को सीज करने की मांग करते रहे। मंगलवार सुबह करीब 4 बजे प्रशासन-परिजनों की सहमति बनी थी। इसके बाद बॉडी को बीडीके हॉस्पिटल में रखवाया गया।

हॉस्पिटल का दावा- किसी से झगड़ा नहीं हुआ

आरुणि अस्पताल के संचालक डॉ. संजीव पूनियां का दावा है कि- मरीज शराब का आदी था। लिवर खराब होने पर उसे दो-तीन दिन उसे आईसीयू में रखा। फिर जनरल वार्ड में शिफ्ट किया। सोमवार सुबह वह अपने बेड पर नहीं मिला।

हमने उसके घरवालों को सूचना दी। घरवाले आए और उसे फोन किया तो फोन नहीं उठाया। फोन की लोकेशन निकाली तो अस्पताल के पीछे वाली बिल्डिंग की छत पर पड़ा मिला। हॉस्पिटल में उसके साथ-किसी प्रकार का कोई झगड़ा नहीं हुआ।

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