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पोस्ट ऑफिस से गायब हो गया FDR का लाखों रुपए:घरों में झाड़ू-पोंछा करके जोड़े थे रुपए; महिला रोते हुए बोलीं-बुढ़ापा कैसे कटेगा?


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पोस्ट ऑफिस से गायब हो गया FDR का लाखों रुपए:घरों में झाड़ू-पोंछा करके जोड़े थे रुपए; महिला रोते हुए बोलीं-बुढ़ापा कैसे कटेगा?

पोस्ट ऑफिस से गायब हो गया FDR का लाखों रुपए:घरों में झाड़ू-पोंछा करके जोड़े थे रुपए; महिला रोते हुए बोलीं-बुढ़ापा कैसे कटेगा?

पाली : पाली के पोस्ट ऑफिस (डाकघर) से कई लोगों का फिक्स डिपॉजिट रिसिप्ट (FDR) का लाखों रुपया गायब हो गया है। ये लोग एक-एक रुपए जमा कर पैसा जोड़ रहे थे। FDR की अवधि पूरी होने पर जब पोस्ट ऑफिस पहुंचे तो पता चला कि उनका अकाउंट ही नहीं है। लोगों को एक रुपए भी नहीं मिला।

पाली की शाखा में सभी ने एफडीआर कराई थी।
पाली की शाखा में सभी ने एफडीआर कराई थी।

केस 1 : कई साल लोगों के घर झाड़ू-पोंछा कर जुटाए थे 10 लाख

शहर के सरदार पटेल नगर में रहने वाली पुष्पादेवी अग्रवाल (75) ने बताया- पति रतनलाल अग्रवाल ने जनरल स्टोर चलाकर परिवार को पाला। मैंने लोगों के घरों में झाड़ू-पोंछा किया, बर्तन साफ किए। पापड़ भी बेले। हमने पिछले 50 साल में एक-एक रुपए जोड़कर 10 लाख रुपए की बचत की थी।

2 नवंबर 2019 को 5-5 लाख रुपए की दो FDR के रूप में पोस्ट ऑफिस औद्योगिक क्षेत्र पाली में 5 साल के लिए एफडी करवाई। 2 सितंबर 2024 को पूरी हुई, ब्याज सहित 14 लाख 62 हजार 526 रुपए मिलने थे।

पाली के सरदार पटेल नगर में रहने वाली पुष्पा देवी और उनके पति रतनलाल अग्रवाल। जिन्होंने 10 लाख रुपए की एफडी करवाई थी।
पाली के सरदार पटेल नगर में रहने वाली पुष्पा देवी और उनके पति रतनलाल अग्रवाल। जिन्होंने 10 लाख रुपए की एफडी करवाई थी।

जब पासबुक लेकर पोस्ट ऑफिस पहुंचे तो पता चला कि हमारे नाम से कोई अकाउंट ही नहीं है। न ही पैसा है। यह सुनकर हमारे पैरों तले जमीन खिसक गई। हमने मुख्य पोस्ट ऑफिस में लिखित में शिकायत दर्ज करवाई। एडवोकेट गजेंद्रसिंह राजपुरोहित के जरिए स्थायी लोक अदालत में परिवाद दर्ज किया।

पुष्पा देवी ने कहा- यह 10 लाख रुपए हमारी जीवन भर की जमा पूंजी थी। मुझे घुटनों का ऑपरेशन कराना है। पति के शुगर है। एक बेटा आर्थिक रूप से कमजोर है। दो पोते जवान हो चुके हैं। उनकी शादी करनी है। सोचा था कि बचत का पैसा समय पर काम आएगा, लेकिन जब पोस्ट ऑफिस गए तो दिल बैठ गया। अब हमारा बुढ़ापा कैसे कटेगा?

केस 2 : मुनीम ने प्लॉट बेचकर 6 लाख जमा कराए थे

पाली के राजेंद्र नगर निवासी रामवरण प्रजापत (38) फैक्ट्री में मुनीम है। उन्होंने बताया- 15 हजार रुपए सैलरी मिलती है। पत्नी मंजू घर रहकर कई साल से साड़ी फॉल लगाने का काम कर रही है। दंपती ने 2010 में डेढ़ लाख रुपए का एक प्लाॅट खरीदा था।

इसे 2019 में 4 लाख रुपए में बेच दिया। इस पैसे में रिश्तेदार से 2 लाख रुपए लेकर 6 लाख रुपए की FDR करा दी। पैसा पोस्ट ऑफिस औद्योगिक क्षेत्र पाली में 30 दिसंबर 2019 को पैसा जमा कराया। दिसंबर 2024 में जब पासबुक लेकर पोस्ट ऑफिस गए तो पता चला कि हमारा कोई अकाउंट ही नहीं है। कर्मचारी ने बताया कि मेरा 1 भी रुपए जमा नहीं है।

केस 3 : मुनीम ने 2 लाख रुपए जमा कराए थे

पाली में राजेंद्र नगर में रहने वाले मनोहर गिरी (30) फैक्ट्री में मुनीम का काम करते हैं। मनोहर ने 19 दिसंबर 2019 को 2 लाख रुपए की FDR कराई थी। यह पैसा 5 साल के लिए जमा किया था। 19 दिसंबर 2024 को समय पूरा हुआ। ब्याज सहित मनोहर को 2 लाख 92 हजार 508 रुपए मिलने थे। जब वे पोस्ट ऑफिस पहुंचे तो उन्हें भी यह सुनने को मिला कि उनका इस तरह का कोई अकाउंट नहीं है। न ही कोई पैसा जमा है।

अपनी आपबीती सुनाते हुए पुष्पा देवी हाथ जोड़कर रोने लगीं।
अपनी आपबीती सुनाते हुए पुष्पा देवी हाथ जोड़कर रोने लगीं।

केस 4 : कंपाउंडर ने जमा कराए थे 1 लाख रुपए

पाली शहर के भैरूघाट क्षेत्र में रहने वाले विजय कुमार अग्रवाल कंपाउंडर है। वे शहर के मिल गेट क्षेत्र में क्लिनिक चलाते हैं। विजय कुमार ने 5 नवंबर 2019 को 1 लाख रुपए की FDR कराई थी। इसकी अवधि 5 नवंबर 2024 को पूरी हो गई। इन्हें अब 1 लाख 47 हजार रुपए ब्याज सहित मिलने थे, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला।

केस 5 : पैसे के लिए मजदूर काट रहा पोस्ट ऑफिस के चक्कर

पाली शहर में रहने वाले मजदूर ध्रुव सिंह ने भी 2019 में 90 हजार रुपए की FDR कराई थी। अवधि पूरी होने के बाद भी उन्हें डाकघर के चक्कर कटवाए जा रहे हैं। उन्हें कहा जा रहा है कि उनके नाम से कोई अकाउंट नहीं है। ध्रुव से कहा गया कि थाने जाकर FIR दर्ज कराओ। पुलिस मामले की जांच करेगी।

अधीक्षक बोले- मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई

मुख्य पोस्ट ऑफिस अधीक्षक RC मीणा ने बताया- तीन चार निवेशकों ने लिखित शिकायत दी है। उनकी पासबुक उनसे ली है। मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की है। जांच का विषय है कि निवेशकों का लाखों रुपए कहां गया और किसने गड़बड़ की। जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। सारे फ्रॉड एक ही पोस्ट ऑफिस से एक ही समय (2019-2024) के बीच हुए हैं।

मामले में सीनियर एडवोकेट गजेंद्र सिंह राजपुरोहित ने बताया- 3 पीड़ित मेरे पास शिकायत लेकर आ चुके हैं। जरूरी दस्तावेज के साथ स्थायी लोक अदालत में परिवाद दायर किया है, ताकि उन्हें उनके हक का पैसा मिल सके। पाेस्ट ऑफिस के अधिकारी निवेशकों को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं दे पा रहे हैं। मामले जांच के लिए कमेटी गठित की गई है। जांच के बाद पता चलेगा कि लोगों का पैसा कहां गया।

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