नीमकाथाना जिले को रद्द करने पर सरकारी कर्मचारियों का विरोध:कलेक्ट्रेट तक निकाली आक्रोश रैली, भूख हड़ताल पर बैठे व्यक्ति ने आत्मदाह की चेतावनी दी
नीमकाथाना जिले को रद्द करने पर सरकारी कर्मचारियों का विरोध:कलेक्ट्रेट तक निकाली आक्रोश रैली, भूख हड़ताल पर बैठे व्यक्ति ने आत्मदाह की चेतावनी दी

नीमकाथाना : नीमकाथाना जिला और सीकर को संभाग यथावत रखने की मांग को लेकर नीमकाथाना में अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ के बैनर तले कर्मचारियों ने छावनी स्थित गर्ल्स स्कूल से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली और विरोध जताया। कर्मचारी संघ ने एडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।
आंदोलन की चेतावनी दी
अखिल राजस्थान राज्य संयुक्त कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महामंत्री उपेंद्र शर्मा ने कहा जिस तरीके से सीकर को संभाग और नीमकाथाना जिले को हक छिना गया है। उसके खिलाफ एक मुहिम शुरू की गई है। यह मुहिम तब तक जारी रहेगी, जब तक सरकार नीमकाथाना को जिला और सीकर को संभाग घोषित नहीं करती। सीकर, नीमकाथाना, चूरू और झुंझुनू के 28 हजार शिक्षक राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत से जुड़े हुए हैं।
जिला अध्यक्ष नरेंद्र यादव ने बताया कि नीमकाथाना को जिले बनाने की वर्ष पुरानी मांग थी। राज्य सरकार ने जिले को निरस्त कर नीमकाथाना की जनता के साथ कुठाराघात किया। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश है। जब तक राजस्थान सरकार इसको बहाल नहीं कर देती, तब तक कर्मचारियों का आंदोलन जारी रहेगा।

आत्मदाह की चेतावनी दी
इधर, नीमकाथाना जिला बचाओ संघर्ष समिति का 5 दिन से क्रमिक भूख हड़ताल जारी है। नीमकाथाना निवासी विजेंद्र रोजड़िया कल से भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि नीमकाथाना जिले को निरस्त करने के बाद आहत हो गया हूं, अगर 11 जनवरी तक नीमकाथाना को जिला घोषित नही किया गया तो नीमकाथाना में भाजपा कार्यालय के सामने आत्मदाह करूंगा।
वहीं विधायक सुरेश मोदी ने कहा कि सरकार नीमकाथाना जिले को यथावत रखने का जल्दी फैसला ले नहीं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

एसडीएम कार्यलय के सामने धरने पर बैठे वकील नीमकाथाना को जिला निरस्त करने के बाद बार संघ 10 जनवरी तक अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठा है। आज अधिवक्ता नीमकाथाना जिला बनाने की मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए हैं।