700-फीट गहरे बोरवेल में फंसी बच्ची,गांव में चूल्हा नहीं जला:कैमरे में हाथ हिलाते हुए दिखी मासूम; रोते हुए मां बोली-मेरी बेटी को बचा लो
700-फीट गहरे बोरवेल में फंसी बच्ची,गांव में चूल्हा नहीं जला:कैमरे में हाथ हिलाते हुए दिखी मासूम; रोते हुए मां बोली-मेरी बेटी को बचा लो

कोटपूतली : कोटपूतली के किरतपुरा क्षेत्र में 3 साल की बच्ची खेलते समय 700 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई। बच्ची 150 फीट की गहराई में फंसी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीमें जॉइंट रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हैं।
बोरवेल में बच्ची तक पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई गई। बोरवेल में उतारे गए कैमरे में बच्ची का मूवमेंट नजर आया है। वह हाथ हिलाते हुए दिखाई दी। उसके रोने की आवाज भी रिकॉर्ड हुई है। बोरवेल में जगह कम होने की वजह से बच्ची को कुछ भी खाने-पीने के लिए नहीं दिया जा सका है।

बहन के साथ खेल रही थी, पैर फिसलने से गिरी
जानकारी के अनुसार, चेतना चौधरी (3) पुत्री भूपेंद्र चौधरी निवासी बड़ीयाली की ढाणी सोमवार दोपहर 1:50 बजे अपनी बड़ी बहन काव्या (9) के साथ घर के बाहर खेल रही थी। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह बोरवेल में गिर गई।
चेतना के बोरवेल में गिरने के बाद बड़ी बहन काव्या चिल्लाई। उसकी आवाज सुनकर परिजन मौके पर आए और तुरंत पुलिस को बच्ची के बोरवेल में गिरने की जानकारी दी। इस पर सरुण्ड थाना पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
अंब्रेला सपोर्ट और रिंग-रॉड से रेस्क्यू की कोशिश
बच्ची को निकालने के लिए अंब्रेला सपोर्ट को रॉड की मदद से बोरवेल में डाला गया। 150 फीट तक करीब 16 रॉड एक-एक कर नीचे उतारी गई। वहीं, दूसरी रॉड में लगी रस्सी (रिंग) से बच्ची को फंसाने की कोशिश की। रस्सी में बच्ची के फंस जाने के बाद अंब्रेला सपोर्ट और रिंग रॉड, दोनों को एक साथ खींचा जाता।
लेकिन, रिंग बच्ची के कपड़ों में उलझ गई थी। उस रिंग से बच्ची की बॉडी पर पकड़ नहीं बन पाई। ऐसे में आधी दूरी में पकड़ छूटने के डर से रिंग को बाहर निकाला गया। रिंग को दोबारा बोरवेल में डाला जाएगा।
गांव में नहीं जला चूल्हा
आसपास के गांवों के करीब 400 ग्रामीण मौके पर रुके हुए हैं। सर्दी के इस मौसम में रात करीब 7 बजे लोग खाना खाकर सोने की तैयारी करने लग जाते हैं, लेकिन आज गांव में चूल्हा नहीं जला। किसी ने खाना नहीं खाया। बच्ची की मां धोली देवी ने रोते हुए सीएम से मार्मिक अपील की है। उन्होंने हाथ जोड़कर कहा- भजनलाल जी मेरी बच्ची को बचा लो।

आज सुबह ही निकाले थे पाइप
बच्ची के घर के बाहर खुदे हुए बोरवेल से सोमवार सुबह 11 बजे ही प्लास्टिक के पाइप निकाले गए थे। ऐसे में बोरवेल खुला पड़ा था, जिसे तगारी से ढका हुआ था। खेलने के दौरान बच्चों ने उसे हटा दिया था। बताया जा रहा है कि बोरवेल में 150 फीट पर पत्थर होने की वजह से उसका व्यास कम है। ऐसे में बच्ची वहीं फंस गई। यहां पर मिट्टी हल्की गीली है। ऐसे में नीचे दलदल होने की आशंका जताई जा रही है।
देखिए रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीरें…









