आंदोलन : पूर्व मंत्री गुढ़ा ने कहा- किसानों की मांगों पर आंशिक सफलता, संघर्ष जारी रहेगा
किसानों की मांगों को लेकर 5 जनवरी को प्रदर्शन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रवीन्द्र पारीक
झुंझुनूं : गोठड़ा के किसान विद्याधर यादव को सीमेंट कंपनी द्वारा मुआवजा राशि का चेक दिए जाने के बाद पूर्व मंत्री राजेंद्रसिंह गुढ़ा ने सोमवार को कहा कि 11 दिसंबर को सीमेंट कंपनी के खिलाफ हुए प्रदर्शन के बाद किसानों को आंशिक सफलता मिली है। यह सिर्फ 10 प्रतिशत काम हुआ है।
मुख्य मांगें अब भी लंबित हैं। उन्होंने पत्रकार वार्ता में बताया कि किसानों की काश्त की जमीन को बंजर जमीन बताकर खरीद लिया गया। स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं दिया गया। रेलवे ट्रैक निर्माण योजना से किसान और एससी-एसटी समुदाय भयभीत हैं। गोशाला का निर्माण नहीं किया गया। पर्यावरण का गंभीर नुकसान हो रहा है। किसानों को धोखे में रखा गया और उनके भविष्य को खतरे में डाल दिया गया। उन्होंने किसानों के मुद्दों के साथ-साथ नवलगढ़ की ऐतिहासिक हवेलियों को तोड़े जाने पर भी चिंता जताई गई। उन्होंने कहा कि हेरिटेज संरक्षण के लिए व्यापक आंदोलन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए पांच जनवरी को सीमेंट कंपनी के सामने बड़ा आंदोलन किया जाएगा। यह आंदोलन किसानों के अधिकार, पर्यावरण संरक्षण और रोजगार की मांगों को लेकर होगा।
मुख्य मांगे :
1. स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता दी जाए
2. सर्वे रिपोर्ट में स्थानीय तहसीलदार द्वारा नगर पालिका क्षेत्र की दूरी 19 किलोमीटर बताई गई है जो सरासर गलत है जबकि स्थानीय नगर पालिका की दूरी 9 किलोमीटर है
3. किसान सुरेश का खसरा आबादी से 50 मीटर दूर है जबकि सर्वे रिपोर्ट में तहसील की 1 किलोमीटर दिखा रखा है
4. किसानो के बिना अनुमति घर तोड दिये गये। ओर घरेलू सामान कंपनी ने जब्त कर लिया है पशु धन सहित
5. किसान की आधी जमीन फैक्ट्री क्षेत्र में आ रही ओर आधी बाहर बता कर मूल्य निर्धारण बराबर नहीं कर रहे हैं
6. किसान कुरडा राम गुज़र के मकान के पास ही ब्लास्ट खनन कर रहे है
7. किसान परमेश्वर ऐचरा के घर के पास बारूद का डिपो है जिसकी दुरी 160 मिसटर जबकि दुरी 325मीटर होती नियमानुसार
8. किसान सोहन सैनी की कुल जमीन चालिस बिघा है जबकि लै रहे हैं आठ बिघा
9. किसान सवाई की जमीन कंपनी ने खरीदी 2010 में आज तक न रोजगार दिया न ही पुरा मुआवजा भी नहीं दिया। आबादी की जमीन व मकान का रुपया नहीं मिला व टयुबेल का भी नहीं मिला
10. किसान रती राम के पोती के प्रदूषण से फेफड़े खराब हो गये खुद भी फैफडे के रोग से ग्रसित हो गये जोधपुर इलाज चल रहा है
11. किसान हरलाल की मांग सबको भूमी का मुआवजा समान रूप से मिलें सबका फैसला एक साथ हो
12. किसान चिमना राम ओला का फैक्ट्री सिमा के नजदीक घर का रस्ता बंद हो गया जिसमें पचास घर है
13. किसान गोकुल सिंह शेखावत के खेत से बिना अनुमति कनवैर बैल्ट निकाल दिया
14. अनेक किसानों कै खेतों में बिना अनुमति बिना मुआवजा मिट्टी के पहाड़ बना दिये मशीनों द्वारा
15. नवलगढ़ से श्री सिंमेट कम्पनी गोठड़ा तक प्रस्तावित रेल लाइन को बेस कीमती जमीन होने की वजह से निरस्त किया जाए सर्वे दूसरी जगह किया जाए
16. कंपनी की तरफ से गौशाला निर्माण की बात थी जो अभी तक नही हुई
17. अनेक बालाजी के प्रतीक मंदिरों को किसानों के तोड़ दिया था बड़े बालाजी मंदिर निर्माण की बात हुई थी वह अब तक पूरी नहीं हुई
गुढ़ा ने जनप्रतिनिधियों से अपील की कि वे किसानों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाएं। कंपनी को चाहिए कि वह किसानों की समस्याओं को समझे और उन्हें संतुष्ट करे। उन्होंने कंपनी को चेताया कि संघर्ष जारी रहेगा, जब तक सभी मांगों का समाधान नहीं हो जाता। इस मौके पर किसान नेता कैलाश यादव, नरेंद्र कड़वाल, राजेश पूनिया व भरतसिंह सहित कई किसान मौजूद थे। इस दौरान किसानों ने अपनी मांगों को लेकर राजेंद्रसिंह गुढ़ा को ज्ञापन भी दिया।