[pj-news-ticker post_cat="breaking-news"]

सांवलिया सेठ मंदिर में दान का बन सकता है रिकॉर्ड:इस बार 2 महीने बाद काउंटिंग; 21.96 करोड़ गिने, सोना-चांदी, मनीऑर्डर गिनना बाकी


निष्पक्ष निर्भीक निरंतर
  • Download App from
  • google-playstore
  • apple-playstore
  • jm-qr-code
X
चित्तौड़गढ़टॉप न्यूज़राजस्थानराज्य

सांवलिया सेठ मंदिर में दान का बन सकता है रिकॉर्ड:इस बार 2 महीने बाद काउंटिंग; 21.96 करोड़ गिने, सोना-चांदी, मनीऑर्डर गिनना बाकी

सांवलिया सेठ मंदिर में दान का बन सकता है रिकॉर्ड:इस बार 2 महीने बाद काउंटिंग; 21.96 करोड़ गिने, सोना-चांदी, मनीऑर्डर गिनना बाकी

चित्तौड़गढ़ : चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ मंदिर में इस बार दान का रिकॉर्ड बन सकता है। मंदिर में हर महीने चतुर्दशी तिथि पर दानपात्र खुलते हैं। इस बार दीपावली पर दानपात्र नहीं खुला था। ऐसे में 2 महीने बाद दानपात्र खुले हैं। 30 नवंबर को खुले दानपात्रों से निकले दान की गिनती बुधवार शाम तक जारी रही।

बुधवार शाम तक 21 करोड़ 96 लाख 45 हजार रुपए तक गिनती पहुंच चुकी थी। गिनती अभी भी खत्म नहीं हुई है। दान की गिनती सुबह 11 बजे राजभोग आरती के बाद शुरू हुई। बुधवार को चौथे राउंड में 2 करोड़ 73 लाख 90 हजार रुपयों की काउंटिंग की गई। काउंटिंग सांवलिया सेठ की प्रतिमा के सामने जगमोहन में हुई।

इसमें भेंट कक्ष में जमा मनी ऑर्डर, ऑनलाइन रुपयों का हिसाब करना बाकी है। साथ ही सोने-चांदी का तौल भी बाकी है।

मंदिर में प्रतिमा के सामने गिने जाते हैं नोट।
मंदिर में प्रतिमा के सामने गिने जाते हैं नोट।

पहले दिन निकले थे 11 करोड़

बता दें कि 30 नवंबर को पहले ही दिन 11 करोड़ 34 लाख 75 हजार रुपए की गिनती हो गई थी। दूसरे दिन 1 दिसंबर को अमावस्या के कारण काउंटिंग प्रोसेस बंद रहा। 2 दिसंबर को सुबह से शाम तक 3 करोड़ 60 लाख रुपए की काउंटिंग हुई। 3 दिसंबर को 4 करोड़ 27 लाख 80 हजार रुपए गिने गए। बुधवार को चौथे राउंड में 2 करोड़ 73 लाख 90 हजार रुपयों की गिनती हुई। इस तरह से अब तक कुल 21 करोड़ 96 लाख 45 हजार रुपयों की गिनती पूरी हो चुकी है।

चित्तौड़गढ़ के मंडफिया में सांवलिया सेठ मंदिर।
चित्तौड़गढ़ के मंडफिया में सांवलिया सेठ मंदिर।

इस बार रिकॉर्ड की उम्मीद

भंडार से निकली राशि की काउंटिंग जारी है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार नया रिकॉर्ड बनेगा। भंडार के अलावा ऑनलाइन और भेंट कक्ष में आए मनी ऑर्डर के रुपयों की काउंटिंग बाकी है। सोने-चांदी का तौल आज चौथे दिन भी नहीं हुआ है। यह तौल आखिरी दिन किया जाएगा।

भगवान सांवलिया सेठ की प्रतिमा।
भगवान सांवलिया सेठ की प्रतिमा।

ऐसे होती है गिनती

बैंक कर्मी और मंदिर मंडल के कर्मचारी मिल कर नोटों की अलग अलग गड्‌डी बनाकर रखते हैं। फिर उन्हें गिना जाता है। आखिर में पदाधिकारियों के सामने रखा जाता है। अलग अलग लोगों द्वारा दिए रुपयों की गिनती का जोड़ लगाया जाता है।

इसके बाद मंदिर मंडल के सदस्य, मंदिर प्रभारी या मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी की ओर से जानकारी दी जाती है। बैंक में मंदिर का अकाउंट होता है। बैंक कर्मियों द्वारा राशि को जमा किया जाता है।

 

Related Articles