साथी की मौत के बाद मादा लेपर्ड ने तोड़ा दम:उदयपुरवाटी में 5 दिन में 2 की जान गई, डीएफओ बोले- भूख बनी कारण
साथी की मौत के बाद मादा लेपर्ड ने तोड़ा दम:उदयपुरवाटी में 5 दिन में 2 की जान गई, डीएफओ बोले- भूख बनी कारण
उदयपुरवाटी : उदयपुरवाटी तहसील की गिरावड़ी और धनावता की पहाड़ियों में 5 दिन में दूसरी मादा लेपर्ड का शव मिला है। वन विभाग के अधिकारी प्रथम दृष्टया मौत का कारण भूख और साथी लेपर्ड से बिछुड़ना मान रहे हैं। शनिवार को उदयपुरवाटी की इंद्रपुरा नर्सरी में मृत मादा लेपर्ड का अंतिम संस्कार किया गया।
डीएफओ बनवारीलाल ने बताया- शुक्रवार की रात करीब सवा 10 बजे गिरावड़ी में भैरोंजी महाराज के स्थान से धनावता की ओर एक मादा लेपर्ड मृत मिली। जिसकी सूचना ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मचारियों को दी। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने लेपर्ड के शव को इंद्रपुरा नर्सरी में रखवाया।
शनिवार को डीएफओ बनवारी लाल मौके पर पहुंचे। इसके बाद तीन पशु चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड से मादा लेपर्ड का दोपहर 1 बजे पोस्टमॉर्टम कराया गया। लेपर्ड की उम्र करीब डेढ़ साल बताई जा रही है। मौत का कारण प्रथम दृष्टया भूख सामने आया है।
वन अधिकारियों के अनुसार- पांच दिन पहले एक मादा लेपर्ड मृत मिली थी। उससे बिछुड़ने के कारण दूसरी मादा लेपर्ड की मौत होने की संभावना है।
5 दिन पहले घायल मिली थी मादा लेपर्ड
गिरावड़ी और धनवता की पहाड़ियों में 5 दिन पहले 17 नवंबर को एक मादा लेपर्ड गंभीर घायल मिली थी। उसकी मौत भी भूख से होना सामने आया था। इसके अलावा दो लेपर्ड के झगड़े में उसके घायल होने की जानकारी भी सामने आई थी।
रेंजर विजय सिंह फगेड़िया ने बताया- दो साल तक के लेपर्ड खुद अपना शिकार नहीं कर पाते हैं। लंबे समय तक भोजन नहीं मिलने से शारीरिक दुर्बलता से भी उनकी मौत हो जाती है। पशुओं में भी आपसी मेल-जोल अधिक रहता है। 5 दिन पहले जो मादा लेपर्ड मिली थी, उसका साथ छूटने से भी शोक में दूसरी की मौत हो सकती है।
विसरा रिपोर्ट आने के बाद सामने आएगी सच्चाई
नीमकाथाना डीएफओ बनवारीलाल ने बताया- मृत मादा लेपर्ड का मेडीकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया गया है। प्रथम दृष्ट्या भूख से मौत होना सामने आया है। विसरा सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है, विस्तृत रिपोर्ट आने के बाद ही सच सामने आ सकेगा। फिलहाल वन क्षेत्र में गश्त बढ़ाई गई है। अन्य कोई कारण होने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।