नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा के हाल ही में सामने आए इस बयान के बाद यह चर्चा छिड़ी है कि महज दो महीने या दस हजार रुपए से ज्यादा बिजली बिल बकाया होते ही आम उपभोक्ता का कनेक्शन काट दिया जाता है, फिर नेताओं पर ये मेहरबानी कैसे? क्या नागौर सांसद ने 6 साल से बिजली का कोई बिल नहीं भरा? इन दावों की हमने ने पड़ताल की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट ….
8 नवंबर को जारी हुए थे नोटिस
अधीक्षण अभियंता कार्यालय में ही एक शख्स ने अपना नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर अजमेर विद्युत वितरण निगम के नागौर शहर सहायक अभियंता कार्यालय से जारी किए गए बकाया वसूली के दो नोटिस की कॉपी वॉट्सऐप पर भेजी।
इसमें पहला नोटिस प्रेमसुख बेनीवाल पुत्र रामदेव बेनीवाल निवासी अजमेरी गेट के बाहर ग्रामोत्थान के सामने नागौर शहर के नाम से है। इसी नोटिस में पेन से नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल का नाम लिखा है। ये नोटिस जारी होने के बाद अलग से पेन से लिखा गया है।
8 नवंबर 2024 की तारीख को जारी हुए इस नोटिस में लिखा गया था कि ‘आपके विद्युत खाता संख्या 1521-0249 में 9 लाख 82 हजार 953 रुपए बकाया है। अगले 15 दिन में ये बकाया जमा नहीं किया गया तो आपका कनेक्शन काट दिया जाएगा। इसके बाद भी यदि आपके घर में अवैध तरीके से बिजली चोरी मिलती है तो विजिलेंस अधिकारी द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, दूसरा नोटिस शंकर लाल पुत्र रामदेव चौधरी मानासर नागौर के नाम से जारी है। इस नोटिस में भी पेन से पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल का नाम लिखा है। नोटिस में लिखा गया था कि ‘आपके विद्युत खाता संख्या 1813-0345 में 1 लाख 36 हजार 893 रुपए बकाया है।
अगले 15 दिन में ये बकाया जमा नहीं किया गया तो आपका कनेक्शन काट दिया जाएगा। इसके बाद भी यदि आपके घर में अवैध तरीके से बिजली चोरी मिलती है तो विजिलेंस अधिकारी द्वारा कार्रवाई की जाएगी।
शहर AEN बोले- सांसद के नाम से कोई बिल बकाया नहीं
नागौर शहर में अजमेर विद्युत वितरण निगम के सहायक अभियंता (AEN) से तरुण कुमार खत्री ने हमारे मीडिया कर्मी को बताया कि शहर में घरेलू कनेक्शनों के एक लाख रुपए से ज्यादा के बकाया बिलों की वसूली के लिए हमने हाल ही में नोटिस जारी किए हैं। इन्हीं में से प्रेमसुख बेनीवाल पुत्र रामदेव बेनीवाल और शंकरलाल पुत्र रामदेव चौधरी को भी बकाया वसूली के लिए नोटिस दिए हैं।
प्रेमसुख बेनीवाल पर निगम का करीब 9 लाख 82 हजार 953 रुपए बकाया है। वहीं, शंकर लाल पर 1 लाख 36 हजार 893 रुपए बकाया है। अब ये दोनों कौन हैं और इनका नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल और पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल से क्या संबंध है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है।
हां, सांसद हनुमान बेनीवाल और न ही उनके छोटे भाई और पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल के नाम से कोई बिजली का कनेक्शन है। न ही इन दोनों के नाम पर निगम का कुछ भी बकाया है।
6 साल से बकाया चल रहे बिल, 2018 में चुकाए थे महज 50 हजार
तरुण खत्री ने दोनों बिल हमारे रिपोर्टर को दिखाते हुए बताया कि प्रेमसुख बेनीवाल ने अंतिम बार 31 मार्च 2018 में 50 हजार रुपए जमा करवाए थे। इसके बाद से एक बार भी बकाया बिल जमा नहीं करवाया गया है। वहीं, शंकरलाल के बिल में अंतिम बार 28 मार्च 2023 में 35 हजार रुपए जमा करवाए गए थे।
फिलहाल बिजली बिल जमा कराने की लास्ट डेट 12 नवंबर 2024 की थी। इसके बाद पेनल्टी लगाई जाएगी। प्रेमसुख बेनीवाल के नाम से जारी कनेक्शन में 10 लाख 60 हजार 955 रुपए और शंकरलाल के नाम से जारी कनेक्शन में एक लाख 36 हजार 894 रुपए बकाया रहेंगे।
दोनों ही बिलों की बकाया वसूली में इतनी मेहरबानी कैसे हुई है? इस पर सहायक अभियंता ने बताया कि इन दोनों ही बिलों में अब निगम अनुसार जो भी कार्रवाई बनेगी, वो करेंगे। बकाया वसूली में नोटिस जारी करना निगम की रूटीन प्रोसेस है। बकाया जमा नहीं कराने पर कनेक्शन काटना भी निगम की रूटीन प्रोसेस है।
क्या बोले सीनियर अधिकारी?
नागौर जिले के अधीक्षण अभियंता (SE) अशोक कुमार चौधरी ने बताया कि निगम का बिजली कनेक्शन प्रॉपर्टी को मिलता है। ये जिसके नाम से होती है, उसी के नाम से कनेक्शन जारी कर दिया जाता है। उन्होंने ऑफ कैमरा बताया कि जहां तक उन्हें जानकारी मिली है नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल फिलहाल नागौर में जिस घर में रह रहे हैं, उसका कनेक्शन प्रेमसुख बेनीवाल के नाम से है। उसी नाम से बिजली मीटर नंबर 8417199 वहां लगा है।
वहीं, पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल नागौर में जिस घर में रहते हैं, उसका कनेक्शन शंकरलाल के नाम से है। उसी के नाम से जारी बिजली मीटर नंबर 32994 वहां लगा है।
उन्होंने बताया कि निगम का बिल जहां-जहां बकाया है, वहां रिकवरी चल रही है, हालांकि, नागौर शहर में किसका कितना बकाया है और किसे नोटिस दिए हुए हैं, इसकी जानकारी मेरे पास नहीं है।
हनुमान बेनीवाल बोले- मेरे नाम से कोई कनेक्शन ही नहीं, आप तो कनेक्शन काट दो न, रोक कौन रहा है
हनुमान बेनीवाल ने कहा- मैं जितना बिल भरता हूं, उतना तो कोई नहीं भरता ही नहीं है। हम जब सांसद और विधायक के चुनाव लड़ने के लिए नॉमिनेशन फॉर्म भरते हैं तो वहां हमें हर चीज की NOC लेनी होती है और उसे जमा कराना होता है। ये जो आरोप लगा रहे हैं वो बेवकूफ और नासमझ हैं।
यही बेवकूफों की फौज ज्योति मिर्धा के आस-पास लगी हुई है। वो चाहे जो मर्जी आनन-फानन में आरोप लगा रहे हैं। अगर मेरे नाम से कोई बकाया है तो मुझे बताओ, कोई बिल नहीं भरा है तो मैं ही भरूंगा न, कोई दूसरा थोड़े ही भरेगा। आप तो कनेक्शन काट दो न, रोक कौन रहा है। सरकार आपकी है काट दो कनेक्शन।
ज्योति मिर्धा बोलीं- चोरी की हुई कार में बैठा व्यक्ति चोर नहीं तो क्या है?
ज्योति मिर्धा ने हमारे मीडिया कर्मी को बताया कि हनुमान बेनीवाल जिस घर में रहते हैं, उसका कनेक्शन किसी के भी नाम हो सकता है। हो सकता है प्रॉपर्टी भी बेनीवाल के नाम नहीं हो, क्योंकि उनके चुनावी हलफनामे में वो प्रॉपर्टी उनके रिफ्लेक्ट भी नहीं होती है।
लेकिन वहां रहते हनुमान बेनीवाल ही हैं। सब जानते हैं कि उनके पार्टी का काम भी उसी घर से चलता है। साल 2018 से वहां का बिजली बिल बकाया है और कनेक्शन उनके भाई प्रेमसुख के नाम से है, अब नोटिस भी सर्व हुआ है।
आज के जमाने में हम सब के घर के बाहर बिजली मीटर लगे हुए हैं। उसकी जियो लोकेशन और नंबर से एक सेकंड में ये पता लगाया जा सकता है कि उस मीटर से जाने वाली बिजली से कौन एयर कंडीशनर चला रहा है और कौन बल्ब जला रहा है। उनका ये कह कहकर पल्ला झाड़ लेना कि कनेक्शन मेरे नाम नहीं है और घर मेरे नाम नहीं है, इसलिए मेरी लायबिलिटी नहीं बनती है।
एक जनप्रतिनिधि होने के नाते उनकी जिम्मेदारी तो बनती है कि आपने कनेक्शन और घर किसी और के नाम से ले रखा है फिर भी तो इस बकाया का भुगतान करना पड़ेगा। साल 2018 के बाद ये बिल जमा नहीं करवाना और इसका दस लाख रुपए से ज्यादा का हो जाना तो पब्लिक की आंख में धूल झोंकने के बराबर है।
कनेक्शन भाइयों के नाम, लेकिन रहते हैं हनुमान बेनीवाल और नारायण बेनीवाल
हनुमान बेनीवाल 7 भाई हैं। इनके नाम हनुमान बेनीवाल, रामप्रसाद बेनीवाल, प्रेमसुख बेनीवाल, हलादराम बेनीवाल, नारायण राम बेनीवाल, शंकरलाल बेनीवाल और किशनाराम बेनीवाल हैं। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल और खींवसर के पूर्व विधायक नारायण बेनीवाल के नाम से नागौर शहर में न तो कोई बिजली का कनेक्शन है और न ही बकाया है। लेकिन उनके भाई प्रेमसुख और शंकरलाल के नाम से जारी हुए कनेक्शन में बकाया की बात सही है।