डोटासरा बोले- बेनीवाल बहन-बेटियों को गाली देते हैं,यह बर्दाश्त नहीं:दिव्या मदेरणा के खिलाफ बेनीवाल ने अनर्गल बातें की, सिर शर्म से झुक गया
डोटासरा बोले- बेनीवाल बहन-बेटियों को गाली देते हैं,यह बर्दाश्त नहीं:दिव्या मदेरणा के खिलाफ बेनीवाल ने अनर्गल बातें की, सिर शर्म से झुक गया
जयपुर : कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बेनीवाल बहन बेटियों को गाली देते हैं। यह बर्दाश्त नहीं करेंगे। हनुमान बेनीवाल आपको कहते हैं संघर्ष कर रहा हूं आपके लिए। पहले संघर्ष किया होगा। इस उपचुनाव में हनुमान बेनीवाल अपने परिवार के लिए संघर्ष कर रहे हैं। खींवसर की जनता के लिए संघर्ष नहीं कर रहे हैं। बेनीवाल के साथ हमने गठबंधन नहीं तोड़ा, बेनीवाल ने खुद गठबंधन तोड़ा। डोटासरा खींवसर में चुनावी सभा में बोल रहे थे।
डोटासरा ने कहा- हनुमान बेनीवाल, आप दूसरी बार के सांसद हैं। आप हमसे ज्यादा बार MLA भी बने हैं। आप बीजेपी से समझौता करके भी बने हैं, निर्दलीय भी बने हैं। हमारे सहयोग से आप एमपी बने हैं। आप अपनी भाषा को मर्यादित रखें। हमारे किसी कार्यकर्ता, नेता के लिए अपनी छोटी राजनीतिक स्वार्थ के लिए कम से कम ओछी भाषा मत बोलिए। आप बेशक कांग्रेस-बीजेपी को गाली दीजिए। यह धमकाने वाली भाषा मेहरबानी करके नहीं रखें। खींवसर का भी भला होगा। प्रदेश में अच्छा मैसेज जाएगा।
डोटासरा ने कहा- बेनीवाल अशोक गहलोत, सचिन पायलट, वसुंधरा राजे, ज्योति मिर्धा, रिछपाल मिर्धा, दिव्या मदेरणा सहित सब नेताओं को बुरा बता रहे। अरे कोई तो भला होगा। मैं यह कह दूं कि मैं प्रदेश अध्यक्ष हूं। मेरी वजह से 11 सीट आई तो गलत होगा। यह जनता के आशीर्वाद से जीते। भाषा में संयम रखना चाहिए।
दिव्या मदेरणा के खिलाफ बेनीवाल ने अनर्गल बातें की, सिर शर्म से झुक गया
डोटासरा ने कहा- गाली देकर चंद मिनट के लिए ताली बजवा सकते हो। चंद मिनट के लिए वाहवाही बटोर सकते हो, लेकिन यह संस्कार और संस्कृति नहीं है। मुझे बहुत अफसोस हुआ जब वह दिव्या मदेरणा जी के लिए क्या-क्या अनर्गल बातें कह रहे थे। कुछ युवा लोग तालियां बजा रहे थे । मुझे खुद से शर्म आ गई। मैं जमीन में देखने लग गया कि ऐसी भाषा का प्रयोग एक सम्मानित सांसद को नहीं करना चाहिए। मैं आपसे अपील करना चाहता हूं, आप अपनी पार्टी से जिसे क खड़ा करना हो खड़ा कीजिए। हमारे किसी नेता और कार्यकर्ता के खिलाफ गलत भाषा बर्दाश्त नहीं करेंगे।
बेनीवाल बहन बेटियों को गाली देते हैं, यह बर्दाश्त नहीं करेंगे
डोटासरा ने कहा- मुझसे उम्र में बड़े नेता सवाई सिंह झुककर अभिवादन करते हैं। यह संस्कार है। दूसरी तरफ एक संस्कार ऐसे हैं, हर बहन बेटी को गाली देते हैं। हर व्यक्ति को गाली देते हैं। आप अपनी पार्टी के सुप्रीमो हो। अपनी पार्टी में कुछ भी करो। मर्जी आए उसे टिकट दो। हमारी बहन बेटियों को गाली बर्दाश्त नहीं होगी। आपका खून खोलना चाहिए। वो किस तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं।
बेनीवाल के लिए लोकसभा चुनाव में घर घर जाकर वोट मांगे थे, कांग्रेस को गिरवी नहीं रखेंगे
डोटासरा ने कहा- बेनीवाल साहब से जब इंडिया गठबंधन में समझौता हो गया तो हमने उनके लिए घर-घर वोट मांगे थे। कोई एक व्यक्ति नहीं कह कहता कि कांग्रेस ने वोट नहीं दिया। तेजपाल मिर्धा के लिए इन्होंने लोकसभा चुनाव में शिकायत की। यहां जिला अध्यक्ष बैठे हैं। इन्होंने लेटर लिखा कि यह इंडिया गठबंधन के साथ काम ठीक नहीं कर रहा है। हमने एक सेकेंड में उनको बाहर का रास्ता दिखाया।
हमारी ईमानदारी पर शक करते हो और खुद ही कहते हो कि मैं समझौता नहीं करूंगा। मेरा राजस्थान में समझौता नहीं है। जब हमने टिकट डिक्लेअर कर दिए तो कह रहे हैं कि समझौता तोड़ दिया। अरे भाई कौन सी स्कूल, कॉलेज में पढ़े हो। हम गठबंधन को आज भी मानते हैं। 5 साल मानते रहेंगे।
हनुमान बेनीवाल हमारे इंडिया गठबंधन के बहुत ही सम्मानित सांसद हैं, लेकिन राजस्थान में कांग्रेस को गिरवी नहीं रखेंगे। कांग्रेस का कार्यकर्ता जिंदा रहना चाहिए। कांग्रेस कार्यकर्ता का सम्मान रहना चाहिए। जब वह 6 महीने तक यह कहते रहे कि मैं कोई समझौता नहीं करूंगा। फिर सीटें मांगने लगे तो मैंने कहा- एक भी नहीं मिलेगी, सीधा चुनाव लड़ो।
पंचायत चुनाव और नगर निकाय में कोई गठबंधन नहीं करेंगे
डोटासरा ने कहा- हमने कभी गठबंधन नहीं तोड़ा। मैं एक बात और साफ कह देना चाहता हूं कि हमारा पंचायती राज और नगर निकाय में कोई समझौता कोई गठबंधन नहीं है। कांग्रेस के लोग चुनाव लड़ेंगे। स्थानीय नेता जो इशारा करेंगे। हम उसको टिकट देकर आगे बढ़ाएंगे। हम पार्टी को आउटसोर्स नहीं करते।
बेनीवाल के उम्मीदवार को लक्ष्मणगढ़ में नोटा से भी एक वोट कम मिला था
डोटासरा ने कहा- आप चाहे जैसे करो यह नहीं चलेगा। बेनीवाल ने विधानसभा चुनाव में जिसे टिकट दी। किसी ने एतराज किया क्या, मेरे यहां भी टिकट दी थी। कोई बात नहीं है। मैंने कभी नहीं कहा कि टिकट क्यों दी। यह एक अलग बात है कि लक्ष्मणगढ़ में नोटा को 1552 वोट मिले थे। बेनीवाल की पार्टी के उम्मीदवार को नोटा से एक कम 1551 वोट मिले थे। उनको खुद को पूछ लेना ,अगर नोट से एक वोट कम नहीं निकले तो मुझे कह देना मैं कान पकड़ लूंगा।