झुंझुनूं : फतेहपुर से कांग्रेस विधायक हाकम अली खां ने कहा- मैंने और विधायक रफी खान ने पूर्व मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा को पीट-पीटकर विधानसभा से बाहर निकाला था। गुढ़ा विधानसभा के बाहर रोने लगा था। यह किसी का नहीं है।
हाकम अली बुधवार रात को झुंझुनूं विधानसभा उप चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी अमित ओला के समर्थन सभा को संबोधित कर रहे थे।
हाकम अली ने कहा – गुढ़ा विधानसभा में लाल डायरी लेकर गया तो तब मैंने और रफीक खान ने वह डायरी छीनी थी। हमने कहा था कि लाल डायरी में क्या है, हमें वही देखना है? हमने राजेंद्र गुढ़ा को वहीं से ललकार था। हम उसको मारते नहीं, लेकिन उसने गाली दी थी। जैसे ही गाली दी, वहीं पकड़कर पीट दिया। डायरी छीनकर विधानसभा से बाहर निकाल दिया।
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा था कि विधानसभा से बाहर नहीं आने दूंगा। हमने भी कहा था कि बाहर आएंगे, तेरे पास जितनी फौज है, बुला ले। मैंने कहा था कि अकेला ही निकलूंगा और अकेला ही निकला। विधानसभा में दादागिरी दिखा रहा था, वो बाहर आकर रो रहा था। बोल रहा था कि मुझे अंदर मारा। राजेंद्र गुढ़ा सिर्फ धोखा है, चार साल परेशान होना पडे़गा।
कांग्रेस विधायक ने कहा- पूर्व सीएम अशोक गहलोत उतना ही काम करते थे, जितना राजेंद्र गुढ़ा कहते थे, लेकिन मौका मिलते ही उनके भी लात मार दी। उन्होंने कहा कि क्यों राजेंद्र गुढ़ा के पीछे हो रहो, क्या देख लिया उसमें, 13 नवंबर के बाद अगर वह झुंझुनूं में कहीं नजर भी आए तो मुझे बता देना। अगर उसमें कुछ होता तो उदयपुरवाटी के लोग धक्का मारकर क्यों निकालते? उसको ऐसा टोरा मारो की वो सपने में भी झुंझुनूं आने की नहीं सोचे।
गुढा भाजपा की बी टीम
फतेहपुर विधायक ने कहा- उप चुनाव में भाजपा के लोगों ने बहुत स्ट्रैटजी से काम किया। भाजपा ही गुढ़ा को चुनाव लड़ा रहा रही है। राजेंद्र गुढ़ा भाजपा की बी टीम है, लेकिन ये भूल गए कि झुंझुनूं के मुसलमान इतने भोले नहीं है। राजेंद्र राठौड़ के साथ इनकी मुख्यमंत्री को गुलदस्ता भेंट करते हुए फोटो भी देखी होगी। ये गुलदस्ता उसी दिन दिया गया, जिस दिन गुढ़ा झुंझुनूं से चुनाव लड़ने आया।
भाजपा ने ही राजेंद्र गुढ़ा को झुंझुनूं भेजा है। भाजपा ने कहा कि वहां जाकर भाजपा को जीता दे, कहीं न कहीं सेट कर देंगे। भाजपा को मुसलमान वोट नहीं देते हैं, वहां जाकर मुसलमानों का मसीहा बन जाओ। हम मसीहा जब मानते, मंत्री रहते यहां आता। यहां के लोगों का काम करवाता। लेकिन जैसे ही झुंझुनूं सीट खाली हुई, देखा की मैदान खाली है और आ गया, लेकिन वह जीतने के लिए नहीं आया है। अगर लड़ना ही था तो भाजपा और कांग्रेस पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ता।
गुढ़ा के पास धोखे के अलावा कुछ नहीं
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जाकर उस पार्टी से मिल गया, जिसने धोखा देकर पार्टी बनाई, वहां के मुख्यमंत्री को यहां लेकर आया और कहा कि राजस्थान में शिवसेना- शिवसेना कर दूंगा। लेकिन वहां के मुख्यमंत्री ने गुढ़ा से कहा कि राजस्थान में क्या शिवसेना करोगो, खुद ही चुनाव हार गए हो। फिर ओवैसी के पास चला गया। गुढ़ा के पास सिर्फ धोखा है, उसके अलावा कुछ नहीं है।
हाकम अली ने कहा कि मैंने बृजेन्द्र ओला से कहा था कि राजेंद्र गुढ़ा अशोक गहलोत का खास आदमी है। तब उनको विश्वास नहीं होता था। गुढ़ा जो कहते थे, अशोक गहलोत उतना ही काम करते थे।