जनमानस शेखावाटी संवाददाता : अंसार मुज़्तर
झुंझुनूं : युवामित्र संघर्ष समिति झुंझुनूं के जिलाध्यक्ष विकास गुर्जर ने बताया कि सरकार द्वारा एक काले आदेश से प्रदेश के 5000 युवाओं के घरों में अंधेरा करने का काम किया वो भी उस समय जब आने वाले नव वर्ष को पूरी दुनिया खुशियों के साथ माना रही थी उस काले आदेश ने उन खुशियों के पलों में रुलाने का काम किया और रोजगार छीनकर उन्हें बेरोजगार कर दिया l जिसके लिए सरकार से विनम्रतापूर्वक लगातार शहीद स्मारक पर बैठकर 72 दिनों तक भूखे प्यासे बैठ कर संघर्ष किया लेकिन सरकार ने एक नहीं सुनी उसके साथ-साथ मंत्री डॉक्टर किरोडी लाल मीना के आवास पर भी 11 दिन धरना दिया और 9 दिन अनशन किया और मानसिक दवाब में आकार मजबूरन पानी की टैंकी पर भी चढ़ गए थे जिस पर सरकार ने साकारात्मक आश्वाशन देने का निर्णय लिया था और आचार संहिता के बाद पुनः बहाल करने का आश्वाशन भी दिया गया था l उसके बाद भी सरकार ने हम बेरोजगारों की एक नहीं सुनी जिसको लेकर अभी उम्मीद थी कि सरकार दीपावली से पूर्व सभी के घरों में दीपक जलाने का काम करेगी और सभी को रोजगार लौटने का काम करेगी परंतु आज दिनांक तक किसी भी प्रकार का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है जबकि हमारे 2 युवा मित्र साथी भाईयों की नौकरी जाने के कारण मानसिक दवाब में मृत्यु भी हो चुकी है उसके बावजूद सरकार द्वारा किसी भी प्रकार का कोई निर्णय युवा मित्रों के हक में नहीं लिया गया है l बताना चाहते है कि प्रदेश के अनेको युवा मित्र नौकरी जाने के कारण काफी मानसिक दवाब में है और दर दर की ठोकरें खा रहे हैं , सभी प्रदेश के युवा मित्रों ने निर्णय लिया है कि दीपावली के इस पर्व को काली दीपावली के रूप में मनाया जाएगा जब तक सरकार हमें हमारा रोजगार वापस नहीं लौटा देती है आने वाले समय में भी इस पर्व को काली दीपावली के रूप में ही मनाया जाता रहेगा ।