जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रतन कुमावत
बबाई : उपतहसील के वार्ड न. 8 में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तृतीय दिवस व्यास पीठ से कथा वाचक वाणीभूषण प्रभुशरण तिवाड़ी ने कहा की नाम का उच्चारण ही जीवन का सार है। भगवान भक्त वत्सल है,जो उनके नाम के उच्चारण के प्रति दृढ रहता है। उसको वे अपना नाम प्रदान करते हैं।कथा में भक्त प्रह्लाद चरित्र, गजेन्द्र मोक्ष एवं वामन अवतार की कथा विषय का विवरण किया। कथा से पूर्व मुख्य यजमान पूरणमल सुरोलिया सपत्नी सुशीला देवी द्वारा व्यास पीठ व श्रीमदभागवत पुराण की पूजन आचार्य नरेश जोसी एवं सियाराम शास्त्री के आचार्यत्व में करवाई। कथा में – अयोध्या से बाबा रामकिशोर दास, टोडा से बाहुबल देवाचार्य बाबा बलदेव दास, वाद्रारायण संस्कृत विद्यापीठ पपुर्णा के निदेशक व कथा वाचक पंडित प्रभु दत्त शास्त्री, पूर्व केबिनेट मंत्री डा०जितेन्द्र सिह, पूर्व प्रधान उमादेवी, भाजपा महिला मोर्चा की जिला महामंत्री पूनम धर्मपाल, पूर्व सरपंच संगीता सुरोलिया, पंचायत समिति सदस्य नोरंगलाल सैनी,मुख्य ब्लाक शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार सुरोलिया, गोविंदराम हरितवाल, शम्भु दयाल शर्मा मंडाना, प्रभु राजोता, किशोर सैनी, हुकुमचंद शर्मा, मुकेश जोसी, दीपक मिश्रा सहित सैकड़ों रहे।