जो भगवान की भक्ति के प्रति अटल होता है वह ध्रुव पद को प्राप्त करता है – उक्त विवेचन
जो भगवान की भक्ति के प्रति अटल होता है वह ध्रुव पद को प्राप्त करता है - उक्त विवेचन

जनमानस शेखावाटी संवाददाता : रतन कुमावत
बबाई : बबाई में चल रही भागवत कथा के दूसरे,दिन व्यासपीठ से प्रभुशरण तिवाड़ी ने किया उन्होंने धुर्व आख्यान का विसद वर्णन करते हुई कहाँ की जो भगवान के चरण कमलो की भक्ति के प्रति दृढ भाव से लग जाता है वह धुर्व भक्त जी की तरह अटल पद को प्राप्त करता है इससे पूर्व उन्होंने सती प्रसंग का वर्णन करते हुई 51 शक्तिपीठो के महात्मय का वर्णन किया कपिल देवहुति के चरित्र का विस्तार से वर्णन किया।
कथा से पूर्व मुख्य यजमान विजेंद्र सुरोलीया ने सपत्नीक आचार्य नरेश जोशी एवं सियाराम शास्त्री के आचार्यत्व में व्यासपीठ का पूजन किया इस अवसर पर पूर्णमल सुरोलिया राजेंद्र कुमार सुरोलीया लक्ष्मीकांत अशोक कुमार डॉक्टर प्रदीप पवन सुरोलीया प्रहलाद मिश्रा ध्यानी जी उत्तराखंड बबाई सरपंच मैना देवी मनोज सैन दीपक मिश्रा राजेश गुढ़ा पूर्व प्रधान उमा देवी नोरंगलाल सैनी डिलीगेट आदि मौजूद थे।