नीमकाथाना : नीमकाथाना स्थित अपना घर आश्रम ने एक बार फिर परिवार से बिछड़े व्यक्ति को उसके परिजनों से मिलाया। गफूर, जिसे मानसिक स्थिति खराब होने के कारण आश्रम की टीम ने छावनी से रेस्क्यू किया था, अपने परिजनों से मिलते ही भावुक हो उठा और रोने लगा।
आश्रम के सह सचिव गजेंद्र मोदी ने बताया कि करीब दो साल पूर्व गफूर को मानसिक विक्षिप्त अवस्था में छावनी से रेस्क्यू कर अपना घर आश्रम लाया गया था। गफूर के भाई ने आश्रम पहुंचकर बताया कि वह दो साल पहले बिना किसी सूचना के घर से निकल गए थे, तब उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। हाल ही में उन्हें आश्रम की फेसबुक आईडी से यह जानकारी मिली कि गफूर अपना घर आश्रम, नीमकाथाना में हैं।
गफूर कोटपूतली जिले के पावटा का निवासी है। आश्रम ने सभी कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद गफूर को उसके भाई को सौंप दिया। परिजनों ने गफूर को पाकर अपार खुशी जाहिर की।
गजेंद्र मोदी ने बताया- आश्रम का हमेशा प्रयास रहता है कि यहां रहने वाले हर प्रभुजी को उनके परिवार से मिलाया जाए। इस अवसर पर सह सचिव गजेंद्र मोदी, कार्यालय प्रभारी आराम सिंह, और सेवासाथी नितिन उपस्थित रहे।