नीमकाथाना में किसान संघ का जिला अधिवेशन हुआ:सतवीर सामोता को जिलाध्यक्ष की मिली जिम्मेदारी, किसान बोले- समर्थन मूल्य में खामियां है सरकार तक जाएंगे
नीमकाथाना में किसान संघ का जिला अधिवेशन हुआ:सतवीर सामोता को जिलाध्यक्ष की मिली जिम्मेदारी, किसान बोले- समर्थन मूल्य में खामियां है सरकार तक जाएंगे
नीमकाथाना : नीमकाथाना रीको स्थित अरावली शिक्षण संस्थान में भारतीय किसान संघ का जिला अधिवेशन आयोजित किया गया। इस अवसर पर संघ के सीकर विभाग संगठन मंत्री नीरज कुमार ने अधिवेशन की रूपरेखा प्रस्तुत की, जबकि प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद हनुमानगढ़ ने भारतीय किसान संघ के उद्देश्यों और कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।
प्रांत महामंत्री सांवर मल सोलेट ने बताया कि यह नीमकाथाना जिले का पहला जिला अधिवेशन है। उन्होंने कहा कि किसान भारतीय किसान संघ से जुड़कर देश की समृद्धि में योगदान देंगे। आजादी के 70 साल बाद भी किसानों की आत्महत्या एक गंभीर समस्या है, जो दर्शाता है कि जब तक किसान समृद्ध नहीं होगा, तब तक देश भी समृद्ध नहीं हो सकता। किसानों को संगठित होकर देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
अधिवेशन के दूसरे सत्र में जिला कार्यकारिणी का गठन किया गया। निर्वाचन अधिकारी कालूराम बांगड़ा के निर्देशन में निम्न पदाधिकारियों का चयन किया गया। कार्यकारिणी के गठन के साथ ही अधिवेशन संपन्न हुआ।
- जिलाध्यक्ष: सतवीर सामोता
- जिलामंत्री: शम्भू गुर्जर
- सहमंत्री: समंदर सैनी (उदयपुरवाटी)
- महिला प्रमुख: सुनीता यादव
- युवा प्रमुख: दिनेश यादव
- महिला सह प्रमुख: डॉ. सुनीता रोहिलान
- सदस्य: रणवीर कुड़ी, किशन खेतड़ी, हरिसिंह रुलानिया, महावीर खरा, रामनिवास ताखर
दंतोपंत ठेंगड़ी के विचारों पर आधारित किसान संघ की स्थापना किसानों के हितों की रक्षा के लिए की गई थी। उन्होंने बताया कि दिल्ली में किसान संघ ने अनुशासनपूर्ण तरीके से आंदोलन कर यह साबित किया कि अनुशासन के साथ भी आंदोलन सफल हो सकता है। संघ द्वारा फसल ऋण, समर्थन मूल्य में खामियों और अन्य छोटे-छोटे मुद्दों को उठाने का कार्य लगातार किया जा रहा है।
इस अधिवेशन में प्रांत प्रचार प्रमुख दिनेश गौरसिया, रतनलाल यादव (नीमकाथाना), मूलचंद सैनी (पाटन), पाबूदान सिंह (खेतड़ी), राजेन्द्र बिजारनिया (श्रीमाधोपुर), अशोक बोहरा (उदयपुरवाटी), मक्खन गुर्जर (अजीतगढ़), झाबर बाजीया, विश्व हिन्दू परिषद जिलाध्यक्ष मनोज बंशीया, समंदर सैनी, धन्नाराम सैनी, शंकर चेतानी सहित सैंकड़ों किसान उपस्थित रहे।