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गहने बने पत्नी की हत्या, पति के सुसाइड की वजह:ससुरालवालों ने बहू की ज्वेलरी बेटी को दे दी थी, तब से चल रहा था क्लेश


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गहने बने पत्नी की हत्या, पति के सुसाइड की वजह:ससुरालवालों ने बहू की ज्वेलरी बेटी को दे दी थी, तब से चल रहा था क्लेश

गहने बने पत्नी की हत्या, पति के सुसाइड की वजह:ससुरालवालों ने बहू की ज्वेलरी बेटी को दे दी थी, तब से चल रहा था क्लेश

सुलताना : झुंझुनूं के सुलताना गांव में रविवार को आर्मी के जवान राजेश कुमार (30) ने पत्नी मंजू (25) का सिर कई बार दीवार से भिड़ाया। इसके बाद गला घोंटकर मर्डर कर दिया। बाद में खुद भी फंदे से लटक गया। दंपती का अंतिम संस्कार रविवार देर शाम एक ही चिता पर किया गया। मंजू के भाई विक्रम धनखड़ (33) ने कहा कि दोनों में एक साल पहले विवाद की शुरुआत गहनों को लेकर हुई थी।

दरअसल, मंजू ने शादी में मिले गहने अपने ससुर रामस्वरूप को दिए थे। रामस्वरूप ने ये गहने लॉकर में रख दिए थे। मंजू ने कुछ समय बाद गहने मांगे तो कहा कि बेच दिए हैं। इसके बाद चिड़ावा में परिवार में एक शादी समारोह में राजेश की बड़ी बहन संजना वही गहने पहनकर गई। फोटोज अपने वॉट्सऐप स्टेटस पर लगाए। यह देख मंजू का परिवार के लोगों से झगड़ा हो गया।

2 साल पहले हुई थी शादी

राजेश प्रादेशिक सेना (TA) में 9 साल पहले भर्ती हुआ था। वह सिपाही के पद पर था। जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में उसकी पोस्टिंग थी। वह चार महीने से छुट्‌टी पर चल रहा था। 21 मई 2022 को राजेश की शादी सुलताना ग्राम पंचायत के गांव अमरपुरा की मंजू से हुई थी। शादी के कुछ दिन तक सब ठीक चला। विवाद की वजह मंजू को शादी में पीहर वालों की ओर से मिले गहने बने। ये गहने मंजू के ससुर रामस्वरूप जाट के पास लॉकर में रखे थे। मंजू ने गहने मांगे तो रामस्वरूप ने गहने देने से इनकार कर दिया। कहा कि उसने गहने बेच दिए हैं। इसके बाद से मंजू की परिवार वालों से खटपट रहने लगी।

मंजू के भाई विक्रम ने बताया कि उसके पास सिर्फ मंगलसूत्र, पायजेब और कानों की बालियां बची थी। किसी त्योहार पर भी उसे ज्वेलरी नहीं दी जाती थी। एक दिन मंजू ने ननद संजना के वॉट्सऐप स्टेटस पर एक फोटो देखी। यह सालभर पहले रिश्तेदारी में हुए एक विवाह समारोह की थी। इसमें संजना ने मंजू के ही गहने पहन रखे थे। यह देख मंजू बिफर पड़ी। पति से शिकायत की तो उसने उल्टा उसी को डांटकर चुप करा दिया। दोनों ननद संजना व किरण और जेठ ने उसकी पिटाई कर दी। मुझे भी धमकियां देते थे कि घर से उठा लेंगे।

गहने देने से कर दिया था इनकार

विक्रम ने बताया – हमने शादी में काफी गहने दिए थे। विवाद के बाद जब मेरे दादा ने रामस्वरूप जी से गहने मांगे तो उन्हें भी देने से मना कर दिया। साफ कहा कि गहने नहीं हैं, बेच दिए। गहनों में टेवटा, पातलियां, शीर्षफूल, कंगन, ताखड़ी, रखड़ी जैसे गहने थे। इसकी कीमत लाखों रुपए में है।

पिता विदेश में, भाई बार-बार कराता रहा समझौता

विक्रम ने बताया- मेरे पिता सुरेश कुमार विदेश में मजदूरी का काम करते हैं। शादी के बाद कई बार मेरी बहन के साथ ससुराल में अत्याचार हुआ। मैं हर बार समझौता कराता रहा। रविवार सुबह किराए के कमरे पर सब ठीक था। राजेश मकान मालिक की दुकान में बैठकर हुक्का पी रहा था। दोपहर में सब खत्म हो गया।

कुछ दिन पहले ही जब संजना, किरण और बाकी सदस्यों ने मंजू की पिटाई की तो उसने रात 1 बजे मुझे कॉल किया। मेरा नंबर बंद मिला तो 100 नंबर पर डायल कर दिया था। गुढ़ा पुलिस राजेश को ले गई थी। मैंने समझौता करा दिया था। तय हुआ कि घर से अलग किराए के मकान में बहन-बहनोई रहेंगे। किराए का कमरा लेने के चार दिन बाद ही यह वारदात हो गई।

राजेश और मंजू की यह तस्वीर पारिवारिक कार्यक्रम की है।
राजेश और मंजू की यह तस्वीर पारिवारिक कार्यक्रम की है।

​​​​​​ससुराल में इतना टॉर्चर कि झाड़ू लगाती तो दोबारा कचरा फैला देते विक्रम ने बताया कि मंजू की शादी को दो साल ही हुए थे। उसे शादी के बाद से लगातार ससुराल में टॉर्चर किया गया। जैसे पिटाई के अलावा उन्हें कोई काम ही नहीं था। मंजू घर में झाड़ू लगाती तो कचरा फैला देते। कहते कि गैस पर रोटी मत बनाओ। लकड़ी जलाकर चूल्हे पर खाना बनाओ।

रसोई में फर्श पर मृत मिली पत्नी, फंदे से लटका मिला पति

झुंझुनूं के चारावास का रहने वाला राजेश कुमार पुत्र रामस्वरूप रविवार (15 सितंबर) को सुलताना गांव में एक मकान के किराए के कमरे में प्लास्टिक की रस्सी के फंदे से लटका मिला था। उसकी पत्नी मंजू रसोई में मृत हालत में मिली। पुलिस के अनुसार, घटनास्थल की जांच से प्रारंभिक तौर पर ऐसा लगता है कि राजेश ने पहले पत्नी का गला घोंटा, इसके बाद फंदा लगाकर जान दे दी।

मकान मालिक ने बताया- कोई शोर-शराबा नहीं हुआ

राजेश ने 11 सितंबर ही को सुलताना में विनोद कुमार के मकान में कमरा किराए पर लिया था। पत्नी के साथ उसी दिन शिफ्ट हो गया था। मकान मालिक विनोद कुमार ने बताया- मंजू और राजेश फर्स्ट फ्लोर पर रह रहे थे। रविवार (15 सितंबर) सुबह 11 बजे तक राजेश मेरे पास दुकान में बैठा था और हुक्का पी रहा था। उसकी बातों से नहीं लगा कि परिवार में कोई टेंशन चल रही है।

मकान के पास ही मेरी दुकान है। मैंने खेत में काम लेने वाले तार का जाल बनाने की मशीन लगा रखी है। मैं यही काम करता हूं। मैं अपने काम में लगा तो राजेश उठकर अपने कमरे में चला गया। इसके डेढ़ घंटे बाद दोपहर 12:30 बजे मंजू का भाई विक्रम आया और बोला कि मंजू और राजेश फोन नहीं उठा रहे हैं। उसने दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई आवाज नहीं आई।

इसके बाद विक्रम ने जाली में हाथ डालकर दरवाजे की चिटखनी खोली तो देखा कि राजेश प्लास्टिक की रस्सी से फंदे पर लटका हुआ था। फर्श पर मंजू पड़ी थी।

रसोई में फर्श पर मिला मंजू का शव।
रसोई में फर्श पर मिला मंजू का शव।

पुलिस बोली- कई बार दीवार पर सिर टकराया रविवार को दोपहर 1 बजे डिप्टी एसपी नोपाराम और सुलताना एसएचओ भजनाराम मौके पर पहुंचे। डिप्टी एसपी नोपाराम ने बताया- मंजू का शव रसोई में फर्श पर पड़ा मिला। कान, नाक, गले और सिर पर चोट के गहरे निशान थे। सिर से खून भी बहा है।

ऐसे सबूत मिले कि राजेश ने पत्नी मंजू का सिर कई बार दीवार में देकर मारा। इसके बाद उसका गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसने कमरे में पंखे से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना के वक्त कमरे में पति-पत्नी ही थे। दरवाजा अंदर से बंद था।

मंजू के भाई विक्रम ने पुलिस को शिकायत दी है। ससुराल पक्ष पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं। घटनास्थल से पुलिस और एफएसएल की टीम ने सबूत जुटाए।

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