चूरू : घांघू गांव में शनिवार को शहीद सैनिक हवलदार लखूसिंह राठौड़ की 35वीं पुण्यतिथि पर उनके स्मारक पर शहीद सैनिक हवलदार लखू सिंह राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय परिवार घांघू व ग्रामवासियों ने शहीद को पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
इस दौरान शहीद स्मारक पर आयोजित पुष्पांजलि कार्यक्रम में समाजसेवी परमेश्वर लाल दर्जी ने कहा कि हमें शहीदों और देश की सेना का सम्मान करना चाहिए। शहीदों की शहादत के बदौलत ही हमारे देश की सीमाएं सुरक्षित हैं।
प्रधानाचार्य जगदीश खेड़ीवाल ने बताया कि शहीद सैनिक हवलदार लखू सिंह बालिका राउमावि से शहीद के सम्मान में विद्यालय की बालिकाओं ने शहीद लखू सिंह राठौड़ के स्मारक तक तिरंगा रैली निकाली। तिरंगा रैली के दौरान ‘भारत माता की जय’, ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, शहीद लखू सिंह का नाम रहेगा’, ‘देश के अमर शहीद अमर रहे’ के जयघोष से आसमां को गूंजायमान कर दिया।
सामाजिक कार्यकर्ता बीरबल नोखवाल ने बताया कि शहीद हवलदार लखू सिंह राठौड़ भारतीय सेना की पैराशूट 10 रेजीमेंट के पैरा कमांडो हवलदार थे। भारत सरकार द्वारा श्रीलंका में भेजी गई शांति सेना में ऑपरेशन पवन में शामिल थे। 31 अगस्त 1989 को लिट्टे के उग्रवादियों ने पैदल शांति सेना के सैनिकों पर घात लगाकर हमला किया। इस दौरान शहीद लखू सिंह बहादुरी के साथ उग्रवादियों से भिड़े और वहां के लोगों सहित शांति सेना के कमांडिंग ऑफिसर व सैनिकों की सुरक्षा करते हुए सीने में गोलियां झेलते हुए देश सेवा में शहीद हो गए।
इस मौके पर प्रधानाचार्य प्रताप सिंह कुमावत, प्रधानाचार्य राजेन्द्र सिंह मीणा, शहीद राजेश फगेड़िया की वीरांगना मधु फगेड़िया, विक्रम सिंह तंवर ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर प्रकाश चंद्र शर्मा, कमला कस्वां, श्रीचंद महरिया, शीशराम श्योराण, चिमनलाल शर्मा, मुस्ताक खां, हनुमान प्रसाद प्रजापत, रणजीत सिंह मीणा, अमित कुलहरी, विकास शर्मा, रामधन आदि मौजूद रहे।