झरींडा के स्कूल में अध्यापकों के कई पद रिक्त, अभिभावकों ने 25 विद्यार्थियों की टीसी कटवा ली
झरींडा के स्कूल में अध्यापकों के कई पद रिक्त, अभिभावकों ने 25 विद्यार्थियों की टीसी कटवा ली

टोडा : राज्य सरकार एक ओर सरकारी स्कूल में बच्चों का नामांकन बढ़ाने पर जोर दे रही है, वहीं दूसरी ओर विद्यालय में टीचर नहीं होने के कारण अभिभावक बच्चों की टीसी कटाकर अन्य जगह पढ़ने को मजबूर हैं।
ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत मोकलवास ब्लॉक अजीतगढ़ की राउमा. विद्यालय झरिंडा में सामने आया है जहां पर सत्र 2024 में 25 अभिभावकों ने कक्षा एक से आठ तक के छोटे बच्चों की टीसी कटवाकर अन्य जगह पढ़ने के लिए निजी विद्यालय में भेज दिया। झरिंडा गांव एक ग्रामीण क्षेत्र है जहां पर सभी 80% आबादी गरीब तबके में आती है जिनके पास पशुपालन व खेती के अलावा कोई रोजगार नहीं है।
ऐसे में लोग निजी विद्यालय में पैसे देकर पढ़ने में असमर्थ है, जब विद्यालय के प्रधानाचार्य दौलत सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि कक्षा एक से आठ तक के 25 बच्चों की टीसी अभिभावक कटवा कर ले गए हैं। विद्यालय में 8 साल से गणित का टीचर नहीं है और पिछले साल चार L1 और L2 के पद खाली होने के कारण बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पाई थी तो अभिभावक ने टीसी कटवा कर अन्य जगह ले गए।
साथ ही बताया कि स्कूल में कुल 22 पद है स्वीकृत है उनमें से 7 पद रिक्त चल रहे हैं। अभिभावक सुल्तान गुर्जर ने बताया कि स्कूल में अध्यापक बच्चों को ढंग से नहीं पढ़ा पा रहे हैं। ^हमें वहां के प्रिंसिपल ने रिक्त पदों की जानकारी नहीं दी है बाकी रिक्त पदों की जानकारी शिक्षा विभाग को हम समय-समय पर देते रहते हैं बाकी एक-दो दिन में विजिट कर समस्या को देखते हैं की समस्या है क्या हालांकि वहां पर 17 कार्मिक कार्यरत है। सुरेश कुमार शर्मा, सीबीइओ अजीतगढ़