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अघोषित बिजली कटौती का विरोध:सप्लाई सुचारू कराने की मांग, धरने पर बैठे ग्रामीण


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खेतड़ीझुंझुनूंटॉप न्यूज़देशराजस्थान

अघोषित बिजली कटौती का विरोध:सप्लाई सुचारू कराने की मांग, धरने पर बैठे ग्रामीण

अघोषित बिजली कटौती का विरोध:सप्लाई सुचारू कराने की मांग, धरने पर बैठे ग्रामीण

खेतड़ी : खेतड़ी क्षेत्र में लगातार हो रही अघोषित बिजली कटौती से आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को लोयल बस स्टैंड पर धरने पर बैठे लोगों बिजली कटौती बंद करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान ग्रामीणों ने बिजली सप्लाई सुचारू रूप से करने की मांग की।

विरोध कर रहे ग्रामीणों ने बताया कि बिजली की अघोषित कटौती कर भाजपा सरकार ने गांव देहात के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बिजली विभाग द्वारा शहरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र में बिजली की अधिक कटौती की जा रही है। उसम भरी गर्मी में बिजली की कटौती होने से लोगों का जीना दुश्वार हो रहा है। बिजली सप्लाई सुचारू करने की मांग को लेकर ग्रामीणों की ओर से कई बार विभाग के अधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाया जा चुका है।

इसके बावजूद भी बिजली विभाग की ओर से आमजन की समस्यायों को लेकर बेहतर प्रयास नहीं किए जा रहे है। बिजली की कटौती होने से ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति भी गड़बड़ाने लगीं हैं, वहीं व्यापारियों के धंधे भी प्रभावित हो रहे है। इसके अलावा उन्होंने 1994 के यमुना जल समझौते के अनुसार यमुना नहर का पानी लाने के लिए पुरानी डी पी आर मंजूर करवाने, ओलावृष्टि व शीत प्रकोप से नष्ट हुई फसलों के मुआवजे से वंचित किसानों को मुआवजा देने की मांग को लेकर अखिल भारतीय किसान महासभा के तत्वावधान में लोयल बस स्टैंड पर चल रहा अनिश्चितकालीन धरना आज सोलहवें दिन भी जारी रहा। धरने में उपस्थित किसानों में इस बात पर जबरदस्त आक्रोश था कि घरेलू उपभोक्ताओं की असमय बार बार बिजली की कटौती कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यदि जल्द ही बिजली सप्लाई बहाल नहीं की गई तो ग्रामीणों की ओर से पावर हाउस का ताला लगाकर कामकाज ठप कर दिया जाएगा।

इस मौके पर कामरेड रामचंद्र कुलहरि, जिला उपाध्यक्ष कामरेड इंद्राज सिंह चारावास, कामरेड रोहतास काजला, सुमेर सिंह काजला, हवलदार हंसराम लांबा, मांगेलाल मेघवाल, राजेंद्र शर्मा, प्रकाश डीलर, किशनलाल मीणा, सुरेश मेघवाल, धनसी राम, सुरेश बेरवाल, संदीप काजला, कैलाश सैनी, रामकिशन काजला सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।

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