खनिज संपदा आधारित उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा:खनन क्षेत्रों में सस्ती व ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने की तलाशी जाएगी संभावनाएं
खनिज संपदा आधारित उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा:खनन क्षेत्रों में सस्ती व ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने की तलाशी जाएगी संभावनाएं

जयपुर : खान सचिव आनन्दी ने खनन क्षेत्रों में सस्ती व ग्रीन एनर्जी उपलब्ध कराने की संभावनाएं तलाशने की आवश्यकता प्रतिपादित की है। उन्होंने कहा कि सस्ती ऊर्जा उपलब्ध होने से प्रदेश में खनिज आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और प्रदेश की खनिज संपदा पर आधारित प्रसंस्करण उद्योग प्रदेश में ही लगने से ग्रीन एनर्जी के साथ ही रोजगार और राजस्व के अवसर बढ़ेंगे।
आनन्दी बुधवार को सचिवालय में राजस्थान स्टेट गैस लि. के संचालक मण्डल की बैठक की अध्यक्षता कर रही थी। उन्होंने आरएसजीएल के कार्य को और अधिक व नए क्षेत्रों में विस्तारित करने पर जोर दिया। आरएसजीएल की उपलब्धियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि हमें लिक्विफाइड नेचुरल गैस की दिशा में भी आगे आना होगा।
आनन्दी ने आरएसजीएल द्वारा थर्ड पार्टी सनमर्ग इंजीनियरिंग वेलिडेशन और एसेसमेंट द्वारा सुरक्षा मानकों को सुनिश्चितता के लिए कराई गई ऑडिट की सराहना की। उन्होंने डिजास्टर मैनेजमेंट के लिए स्थानीय प्रशासन से समन्वय बनाने को कहा। आरएसजीएल के प्रबंध संचालक रणवीर सिंह ने बताया कि इस साल दो नए सीएनजी स्टेशन स्थापित करने के साथ ही डॉटर बूस्टर स्टेशन से चरणवद्ध तरीके से मदर स्टेशन और अब ऑनलाइन स्टेशनों में क्रमोन्नत किया जा रहा है ताकि आरएसजीएल के ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्राप्त हो सके।
सिंह ने बताया कि आरएसजीएल लगातार लाभ में काम कर रहा है और वार्षिक कारोबार में भी उत्तरोत्तर बढ़ोतरी हो रही है। संचालक मण्डल की बैठक में आरएसजीएल के लेखों का अनुमोदन व भावी कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया। बैठक में गैल गैस के प्रतिनिधि संजय कुमार और राजस्थान स्टेट माइंस एवं मिनरल्स के एमडी राजेन्द्र भट्ट ने भी सुझाव दिए।